भारत के द्वीप समूह (Islands of India )

भारत के द्वीप समूह (Islands of India) 

  • भारत के द्वीप समूह को मुख्यतः दो भागों में बाँटा जा सकता है पहला बंगाल की खाड़ी में स्थित ‘अंडमान और निकोबार द्वीप समूह’ तथा अरब सागर में स्थित ‘लक्षद्वीप समूह’ तथा दूसरे अन्य द्वीप समूह जो निम्न हैं

 

प्रमुख द्वीप तथा द्वीप समूह

द्वीप समूह

अन्य द्वीप

  • श्रीहरिकोटा 
  • पंबन द्वीप 
  • न्यू मूर द्वीप 
  • अब्दुल कलाम द्वीप (व्हीलर द्वीप)
  •  माजुली द्वीप (नदी द्वीप)
  • अलिया बेट द्वीप
  • खडियाबेट द्वीप

 

 

अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह 

  • ‘अंडमान एवं निकोबार’ द्वीप समूह ‘बंगाल की खाड़ी’ में अवस्थित है। यह लगभग 572 छोटे-बड़े द्वीपों से मिलकर बना है। 
  • मुख्यतः ये द्वीप समुद्र में जलमग्न पर्वतों के भाग हैं। 
  • 10° उत्तरी अक्षांश (10° चैनल) अंडमान द्वीप को निकोबार द्वीप से अलग करता है 
  • अंडमान निम्नलिखित द्वीपों का समूह
    • उत्तरी अंडमान 
    • मध्य अंडमान 
    • दक्षिणी अंडमान
    • लिटिल अंडमान 
  • इस द्वीप समूह की मुख्य पर्वत चोटियों में सैडल चोटी (उत्तरी अंडमान-लगभग 738 मीटर), माउंट डियोवोली (मध्य अंडमान-515 मीटर), माउंट कोयोब (दक्षिणी अंडमान-लगभग 460 मीटर)  और माउंट थुईल्लर (ग्रेट निकोबार 642 मीटर) शामिल हैं। 
  • अंडमान एवं निकोबार की राजधानी ‘पोर्ट ब्लेयर’ है जो ‘दक्षिणी अंडमान द्वीप’ पर स्थित है। यहीं पर प्रसिद्ध ‘सेल्यूलर जेल‘ है। 
  •  ‘कोको स्ट्रेट’, ‘अंडमान (उत्तरी अंडमान)’ के उत्तर में स्थित है, जो अंडमान को म्यांमार के ‘कोको द्वीप समूह’ से अलग करती है। 
  • दक्षिणी अंडमान एवं लिटिल अंडमान के बीच ‘डंकन पास‘ पाया जाता है। मध्य अंडमान’ के पूर्व में ‘बैरन द्वीप’ स्थित है जो भारत का एकमात्र ‘सक्रिय  ज्वालामुखी’ है, जबकि उत्तरी अंडमान के पूर्व में स्थित ‘नारकोंडम‘ एक सुषुप्त ज्वालामुखी द्वीप है। 
  • निकोबार भी कई द्वीपों का समूह है, जैसे

 

  • 6 डिग्री चैनल ग्रेट निकोबार को ‘सुमात्रा’ से अलग करता है। 
  • गेट निकोबार द्वीप भौगोलिक रूप से इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के सबसे निकट अवस्थित भारतीय क्षेत्र है।
  • भारत का दक्षिणतम बिंदु ‘इंदिरा पॉइंट’ है, जो ‘ग्रेट निकोबार के दक्षिण में स्थित है। (2004 की सुनामी के कारण यह जल में डूब गया है। 
  • इंदिरा पॉइंट का अन्य नाम ‘पिगमेलियन पॉइंट’/पार्सल पॉइंट  है। 
  • अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की सर्वोच्च चोटी ‘सैडल पीक’ है, जो उत्तरी अंडमान में स्थित है तथा ‘माउंट थूलियर’, अंडमान एवं निकोबार की दूसरी सबसे ऊँची पर्वत चोटी है जो ‘ग्रेट निकोबार द्वीप’ पर स्थित है। 
  • यहाँ ‘जारवा’, ‘शॉम्पेन,सेंटिलीज ‘ आदि प्रमुख जनजातियों के लोग आज भी अपने आदिम स्थिति में जीवनयापन करते हैं। 

लक्षद्वीप समूह

  •  ‘लक्षद्वीप’ अरब सागर में प्रवाल भित्तियों द्वारा निर्मित एक द्वीप समूह  है। यहाँ द्वीपों की कुल संख्या 36 है जबकि इनमें से केवल 10 ही आबाद हैं। 
  •  ‘कवारत्ती’, लक्षद्वीप की राजधानी है जो (9° चैनल’ के उत्तर में स्थित है। 
  • ‘9° चैनल’, मिनिकॉय को लक्षद्वीप के अन्य द्वीपों (मुख्य लक्षद्वीप) से अलग करता है। 
  •  ‘मिनिकॉय’ (अन्य स्रोतों में एंड्रोट), लक्षद्वीप का सबसे बड़ा द्वीप है। 
  • 8° चैनल‘, लक्षद्वीप (मिनिकॉय) को मालदीव से अलग करता है। 

 

अन्य द्वीप 

श्रीहरिकोटा 

  • यह आंध्रप्रदेश के तट पर अवस्थित द्वीप है। 
  • इसी द्वीप पर भारत का एकमात्र उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र ‘सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र‘ स्थित है। 
  • श्री हरिकोटा, ‘पुलिकट झील’ को बंगाल की खाड़ी से अलग करता है। 
  • पुलिकट झील आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु राज्य की सीमाओं पर स्थित है। 

 

पंबन द्वीप 

  • यह ‘आदम ब्रिज’ अथवा ‘राम सेतु’ का ही भाग है तथा भारत एवं श्रीलंका के बीच स्थित है। 
  • पंबन द्वीप पर ही ‘रामेश्वरम्’ स्थित है। 
  • यह मन्नार की खाड़ी में अवस्थित है। 

 

न्यू मूर द्वीप 

  • यह बंगाल की खाड़ी में भारत एवं बांग्लादेश की सीमा पर अवस्थित है, जिसके कारण इस पर अधिकार को लेकर दोनों देशों के बीच उठे विवाद के चलते इसे दोनों देशों के बीच बाँट दिया गया है। 
  • भारत के हिस्से में आए इस द्वीप का अधिकांश भाग जलमग्न अवस्था में है।

 

अब्दुल कलाम द्वीप (व्हीलर द्वीप)

  • यह ओडिशा के सागर तट से परे और राजधानी भुवनेश्वर से लगभग 150 कि.मी. की दूरी पर स्थित एक द्वीप है।
  • इसका पुराना नाम ‘व्हीलर द्वीप’ था।
  • इसका प्रयोग भारत अपने प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम के परीक्षण केंद्र के रूप में करता है। 

 

माजुली द्वीप 

  • माजुली द्वीप दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है, जो असम में ब्रह्मपुत्र नदी के मध्य में बसा है। यह अपनी जैव विविधता के लिये प्रसिद्ध है। 
  • यहाँ की जनसंख्या सघन है। 
  • हाल ही में माजुली को असम का 35वाँ जिला घोषित किया गया है। 
  • यह देश का पहला द्वीपीय ज़िला‘ बन गया है।

 

अन्य संबंधित तथ्य 

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