जैवमंडल निचय (Biosphere Reserve)
- बायोस्फीयर रिज़र्व शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग ‘एडवर्ड सुएस’ ने किया था।
- जैवमंडल निचय (आरक्षित क्षेत्र) विशेष प्रकार के भौमिक और तटीय या इसके संयोजन वाले पारिस्थितिक तंत्र हैं, जिन्हें यूनेस्को (UNESCO) के मानव और जैवमंडल प्रोग्राम-1971 (Man and the Biosphere Programme-MAB) के अंतर्गत मान्यता प्राप्त है।
- जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र के तीन भाग होते हैं
कोर क्षेत्र (Core Zone):
- यह वन्यजीवों के संरक्षण के लिये सबसे सुरक्षित क्षेत्र होता है। इस क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों/ कर्मचारियों को छोड़ अन्य सभी का प्रवेश वर्जित होता है।
बफर क्षेत्र (Buffer Zone):
- बफर क्षेत्र, कोर क्षेत्र के चारों ओर का क्षेत्र है। इसका प्रयोग पूर्णतः नियंत्रित एवं अविध्वंसक कार्यों के लिये किया जाता है, जिसमें अनुसंधान/शोध, परंपरागत उपयोग एवं पुनर्वास शामिल हैं।
संक्रमण क्षेत्र (Transition Zone):
- यह सबसे बाहरी भाग होता है जो खुला हुआ एवं विस्तृत होता है। इस क्षेत्र में मनोरंजन के संसाधनों, फसल क्षेत्र तथा प्रबंधित जंगलों को शामिल किया जाता है।
- भारत में कुल 18 जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र घोषित किये गए हैं, जिनमें से 11 जैवमंडल आरक्षित क्षेत्रों को यूनेस्को (UNESCO) की सूची में शामिल कर लिया गया है।