विश्व कुष्ठ दिवस (World Leprosy Day) कब मनाया जाता है ?

विश्व कुष्ठ दिवस (World Leprosy Day)

 

  • विश्व कुष्ठ दिवस (World Leprosy Day) जनवरी के अंतिम रविवार को मनाया जाता है। 
  • इस बार यह 30 जनवरी, 2022 को पूरे विश्व में मनाया गया। 
  • 2022 हेतु इसकी थीम ‘यूनाइटेड फॉर डिग्निटी’ (United for Dignity)  है। 
  • इस दिन की शुरुआत पहली बार वर्ष 1954 में फ्राँसीसी व्यक्ति ‘राउल फोलेरेउ’(Raoul Follereau) ने की थी । 
  • कुष्ठ रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्री (Mycobacterium Leprae) के कारण होने वाला एक क्रोनिक संक्रामक रोग (Chronic Infectious Disease) है। 
  • माइकोबैक्टीरियम लेप्री बैक्टीरिया की खोज करने वाले चिकित्सक का नाम डॉ. आर्मोर हैन्सेन है। 
  • इसलिये इस रोग को हैन्सेन का रोग(Hansen’s Disease) के रूप में भी जाना जाता है। 
  • डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मल्टीड्रग थेरेपी (Multidrug Therapy- MDT) द्वारा कुष्ठ रोग  उपचार किया जा सकता है। 
  • वर्ष 2005 में भारत आधिकारिक तौर पर कुष्ठ रोग से मुक्त देश बन गया था और उस समय राष्ट्रीय स्तर पर इसकी प्रसार दर 0.72 प्रति 10,000 लोगों तक पहुँच गई थी।
    • WHO के अनुसार, रोग समाप्ति का अर्थ उस स्थिति से है जब प्रसार दर 1 प्रति 10000 पर होती है।

कुष्ठ रोग उन्मूलन हेतु ‘राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम’

  • भारत सरकार द्वारा देश में राष्ट्रीय कुष्ठ रोग नियन्त्रण कार्यकम वर्ष 1955 में लागू किया गया। 
  • वर्ष 1982 से मल्टी ड्रग थेरेपी की शुरुआत के बाद देश से कुष्ठ रोग के उन्मूलन के उद्देश्य से वर्ष 1983 में इसे राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम (NLEP) के रूप में बदल दिया गया।

 

AUTHOR : MANANJAY MAHATO