लिंग खोरठा व्याकरण LING(GENDER) KHORTHA VYAKARAN FOR JSSC
खोरठा भाषा एवं साहित्य
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MANANJAY MAHATO
SPECIAL FOR JSSC
JSSC CGL/JTET/JPSC/JHARKHAND POLICE/ JHARKHAND SACHIVALYA/
JHARKHAND DAROGA /JHARKHAND CONSTABLE
लिंग खोरठा व्याकरण
लिंग
परिभाखा
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खोरठा में लिंग का अर्थ पुरूष और स्त्री से लगाया जाता है। इसमे जीव-जंतु के लिंग का विचार किया जाता है।
लिंग बनाने के नियम
नियम- 1.‘वाइन’ जोइर के इसतिरलिंग बनवेकः
नियम- 2. ‘इन’ जोइर के इसतिरलिंग बनवेकः
नियम- 3. ‘ई’ जोइर के इसतिरलिंग बनवेक
नियम- 4. ‘आइन’ जोइर के इसतिरलिंग बनवेकः
अन्य दूसरे लिग इस प्रकार होते हैं:
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नाति – नातिन
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टांगा- टंइंगला
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नुनू – नुनी
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थारा – थारी
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बाछा – बाछी
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मरद – जनी
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सूप – सुपली
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दोना – टुपली
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खांची- खंइचली
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बकरा- छगरी