जगरनाथ महतो की जीवनी (Jagannath Mahato Biography )

 जगरनाथ महतो की जीवनी

 (Jagarnath Mahato Biography )

झारखंड के शिक्षा मंत्री व दिग्गज राजनीतिज्ञ जगरनाथ महतो का हाल ही में निधन हो गया।  पिछले कुछ सप्ताह से वह बीमार चल रहे थे । और उनका इलाज चेन्नई के एमजीएम  हॉस्पिटल में चल रहा था ।  ज्यादा तबीयत बिगड़ने के कारण उनका निधन 6 अप्रैल 2023 को चेन्नई के एमजीएम हॉस्पिटल में ही हो गया । पिछले वर्ष नवंबर 2020 में कोरोना से पीड़ित होने के वजह से उनके फेफड़े खराब हो गए थे . बाद में नवंबर 2020 में चेन्नई के महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल में उनका फेफड़ों का प्रत्यारोपण किया गया था .

जगरनाथ महतो का जन्म एवं परिवार के सदस्य

उनका जन्म 1 जनवरी 1967 को हुआ था। उनके पिता का नाम श्री नेम नारायण महतो था . हालांकि उनकी मां का नाम नहीं पता है, मां का कुछ साल पहले निधन हो चुका है।  जगरनाथ वर्तमान में निधन के समय तक  56 वर्ष के थे। उनके निडर प्रभाव व्यक्तित्व के कारण लोग उन्हें टाइगर जगन्नाथ महतो के नाम से भी संबोधित करते थे .

  • जन्म स्थान  – सिमराकुल्ही,अलारगो ,चंद्रपुरा प्रखंड
  • जिला – बोकारो 
  • राज्य – झारखण्ड 
  • जन्म साल – 1967 

जगरनाथ के पिता चंद्रपुरा प्रखंड अंतर्गत अलारगो के सिमराकुल्ही के निवासी थे। उनके पिता नेमनारायण ने भी एक समय नावाडीह प्रखंड की नर्रा पंचायत से चुनाव लड़ा था। उनका चुनाव चिह्न कबूतर था। तब वे चेतलाल महतो से हार गए थे। 

जगरनाथ चार भाइयों और एक बहन में सबसे बड़े थे । उनके एक भाई का नाम वासुदेव महतो हैं,जो की तारमी पंचायत के मुखिया हैं। 

जगरनाथ महतो विवाहित थे । उनकी पत्नी का नाम बेबी देवी है ।  उनके चार बेटियां और एक बेटा है। जगरनाथ महतो के पुत्र का नाम अखिलेश महतो उर्फ़ राजू महतो है। 


जगरनाथ महतो की शिक्षा

उनके शैक्षिक जीवन की बात करें , तो वह दसवीं पास थे  इसके बावजूद उन्हें झारखंड में शिक्षा मंत्री का पदभार दिया गया था  लोगों ने जब झारखंड में शिक्षा मंत्री का शैक्षणिक स्थिति को लेकर मजाक उड़ाना शुरू किया तब जगरनाथ महतो ने ठाना और 53 वर्ष की उम्र में 11th में देवी महतो इंटर कॉलेज नवाडीह में आर्ट्स विषय में दाखिला करवा लिए | यह कॉलेज भी शिक्षा मंत्री के द्वारा ही सन 2006 बनाया गया है | उन्होंने वर्ष 1995 में नेहरू हाई स्कूल, तेलो, बोकारो से दसवीं पास किया था 

जगरनाथ महतो की राजनीतिक जीवन

जगरनाथ महतो एक भारतीय राजनीतिज्ञ और वर्तमान में झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री (2019-23) थे । जगरनाथ महतो झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेताओं में से एक थे वे अपना राजनीतिक गुरु शिवा महतो  को मानते थे। 

जगरनाथ महतो झारखण्ड के शिक्षा मंत्री के साथ साथ शाराब निषेद मंत्री भी थे । वर्ष 2019 में गिरिडीह जिले के डुमरी विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने जीत दर्ज की थी और विधानसभा तक पहुंचे थे और उन्हें हेमंत सरकार के द्वारा शिक्षा मंत्री का पदभार दिया गया था .

वे भारत के झारखण्ड राज्य की डुमरी विधानसभा सीट से झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के विधायक थे । 

उन्होंने डुमरी विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 1977 से लेकर 2000 तक पूर्व विधायक लालचंद महतो व शिवा महतो के राजनीतिक वर्चस्व को तोड़कर बहुत ही साधारण परिवार से गांव की गलियों से निकलकर विधानसभा तक का सफर तय किया था। 

वे 4 बार (2005, 2009, 2014, 2019) विधायक रह चुके हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वे चुनाव लड़े थे, लेकिन AJSU प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी से वे हार गए थे और सांसद बनने का सपना अधूरा ही रह गया .

2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में डुमरी विधानसभा  सीट पर JMM के जगरनाथ महतो ने 71128 वोट प्राप्त किये थे, जो कि इस सीट पर हुए कुल मतदान के 37.38 %  था.

2014  के झारखंड विधानसभा चुनाव में डुमरी विधानसभा  सीट पर BJP के लालचन्द महतो  को 32481 वोटों के अंतर से हराकर निर्वाचित हुए थे । 

2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव में डुमरी विधानसभा  सीट पर JMM के जगरनाथ महतो ने 33960 वोट प्राप्त किये थे, जो कि इस सीट पर हुए कुल मतदान के 34.27 %  था.  उन्होंने जदयू के दामोदर प्रसाद महतो को  2009 चुनाव में हराया था .

2005 के झारखंड विधानसभा चुनाव में डुमरी विधानसभा  सीट पर JMM के जगरनाथ महतो ने 41784 वोट प्राप्त कर RJD उम्मीदवार लालचंद महतो को हराया था और पहली बार विधायक बने थे .

वे विनोद महतो के पढ़ो और लड़ो का नारा से बहुत ज्यादा प्रभावित थे। वे ज्यादा भले ही ना पढ़े  हो, लेकिन उन्होंने छात्रों के पढ़ने के लिए कई सारे कॉलेज और स्कूलों का निर्माण करवाया  था।  उन्होंने नावाडीह और डुमरी  में कई कॉलेजों की स्थापना की।  साथ ही झारखंड कॉलेज और पारसनाथ डिग्री कॉलेज के नए भवन का निर्माण भी करवाया था। 

उनके निधन से पूरा महतो समाज और झारखंड के लोग शोकाकुल है । उनके सम्मान में झारखंड में 2 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया  वह एक जुझारू समाजसेवी और आंदोलनकारी नेता थे और उनकी कमी लोगों को जरूर खलेगी । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और उनके परिवार के सदस्य जनों, चाहने वालों को हिम्मत प्रदान करें 


Q.हाल ही में झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का निधन हो गया, वह झारखंड के किस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे ? डुमरी विधानसभा क्षेत्र