झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
Chief Justice of Jharkhand High Court
झारखण्ड उच्च न्यायालय
- पटना उच्च न्यायालय की एक सर्किट बेंच की स्थापना 6 मार्च, 1972 को रांची में की गई थी।
- रांची में स्थायी बेंच 8 अप्रैल 1976 से प्रभावी।
- गठन – 15 नवंबर, 2000 (देश का 21 वाँ उच्च न्यायालय)
- यह राँची में स्थित है।
- झारखंड उच्च न्यायालय में कुल 25 न्यायाधीश की संख्या स्वीकृत है।
- वर्तमान में कुल न्यायाधीश की संख्या – 20 (मुख्य न्यायाधीश सहित)
- राज्य गठन के समय कुल 08 न्यायाधीश (01 मुख्य न्यायाधीश तथा 07 अन्य न्यायाधीश)
- प्रथम मुख्य न्यायाधीश -विनोद कुमार गुप्ता
- प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश – ज्ञान सुधा मिश्र
- ‘झारखण्ड ज्यूडिशियल अकादमी’ की स्थापना वर्ष 2002 में की गयी है।
- झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जो सर्वोच्च न्यायालय(Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश(CJI) बने ( Source – link)
- अल्तमस कबीर(29.09.2012-18.07.2013)
- झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जो सर्वोच्च न्यायालय(Supreme Court) के न्यायाधीश(Judge) बने . ( Source – link)
- पी.के.आइ. बालासुब्रह्मण्यम
- एस. जे. मुखोपाध्याय
- एम. वाई. इकबाल
- ज्ञान सुधा मिश्र
- न्या. आर. भानुमती
- न्या. अनिरूद्ध बोस
- झारखंड उच्च न्यायालय के पूर्व माननीय न्यायाधीशों को अन्य उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया ( Source – link)
- माननीय श्री न्यायमूर्ति धीरूभाई नारनभाई पटेल
- दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित
- माननीय श्री न्यायमूर्ति एम.वाई. इकबाल
- मद्रास उच्च न्यायालय, चेन्नई के मुख्य न्यायाधीश के रूप में स्थानांतरित)
- सेवानिवृत्त न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया
- माननीय श्री न्यायमूर्ति एस जे मुखोपाध्याय
- मद्रास उच्च न्यायालय, चेन्नई में स्थानांतरित
- सेवानिवृत्त न्यायाधीश सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया
- माननीय श्री न्यायमूर्ति धीरूभाई नारनभाई पटेल
न्यायमूर्ति अल्तमस कबीर
- जन्म – 19 जुलाई 1948 को कलकत्ता में हुआ था।
- 06 अगस्त, 1990 को कलकत्ता में उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत हुए।
- 11 जनवरी, 2005 को कलकत्ता में उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पद ग्रहण किया।
- 1 मार्च, 2005 से 8 सितम्बर, 2005 झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश
- 29.09.2012 से 18.07.2013 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत।