चानकु महतो की जीवनी (Chanku Mahto Biography)
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हूल विद्रोह (1856 ) के महान क्रांतिकारी शहीद चानकु महतो (Chanku Mahto Biography) का शहादत दिवस 15 मई 2023 को  मनाया गया। वर्ष 2023 में उनका 168 वां शहादत दिवस मनाया गया। अमर शहीद चानकु महतो के शहादत  दिवस पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने श्रद्धांजलि अर्पित की।   

चानकु महतो की जीवनी (Chanku Mahto Biography)
चानकु महतो की जीवनी (Chanku Mahto Biography)



चानकु महतो ने अंग्रेजों के शोषण और अत्याचार के खिलाफ गांव गांव जाकर गांव के युवाओं को जागरूक और एकजुट किया था, ताकि अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज बुलंद करके उनका विरोध कर सकें।  उनके अदम्य साहस और नेतृत्व क्षमता ने अंग्रेजी हुकूमत की जड़े  हिला दी थी। 

चानकु महतो का जन्म गोड्डा के रंगमटिया गांव में 9 फरवरी, 1816 को हुआ था। पिता का नाम कारु महतो था। उनकी माता का नाम बड़की महताइन था।  उनके माता-पिता के 2 पुत्र थे, जिनमें से चानकु महतो बड़े थे। वह रंगमतिया के प्रधान परगनैत हुआ करते थे

“अपना खेत, अपना दाना , पेट काटकर नहीं देंगे खजाना ” यह नारा उन्होंने ही दिया था।  15 मई 1856 काे अंग्रेजों ने कझिया नदी के तट पर पेड़ पर लटकाकर  फांसी दी थी | हूल विद्रोह (1856 ) के समय झारखंड का गोड्डा जिला, एजेंट के नाम से जाना जाता था। 

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