Sri Aurobindo (अरबिंदो घोष)
- श्री अरबिंदो घोष का जन्म 15 August 1872, को Kolkata में हुआ था।
- 15 August 2022 को श्री अरबिंदो घोष की 150वीं जयंती मनाई गई।
- केंद्र सरकार, स्वतंत्रता संग्राम के साथ उनके जुड़ाव पर विचार करके 12 अगस्त से 15 अगस्त, 2022 तक भारत की 75 जेलों में आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
- श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इसमें 53 सदस्य शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने 24 दिसंबर, 2021 को इसकी बैठक की अध्यक्षता की थी।
- श्री अरबिंदो घोष का मृत्यु 5 December 1950 को Puducherry में हुआ था।
- पुडुचेरी में, श्री अरबिंदो आश्रम की स्थापना 1926 में हुई थी।
- श्री अरबिंदो एक भारतीय दार्शनिक, योग गुरु, महर्षि, कवि और भारतीय राष्ट्रवादी थे।
- वे वंदे मातरम जैसे समाचार पत्रों का संपादन करने वाले पत्रकार भी थे।
- श्री अरबिंदो घोष की 150वीं जयंती के अवसर पर निर्देशक सूरज कुमार की बनाई लघु फिल्म “श्री अरबिंदो द बिगनिंग आफ स्पिरिचुअल जर्नी “की विदेश मंत्रालय के सौजन्य से 15 अगस्त के दिन स्क्रीनिंग की जाएगी।अभिनेता विक्रांत चौहान फिल्म में श्री अरबिंदो घोष की भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे।
- सन् 1908 में कोलकाता की अलीपुर जेल में अपने एक साल के कारावास के दौरान श्री अरबिंदो घोष के भीतर आध्यात्मिक चेतना का उदय हुआ था।
- श्री अरबिंदो घोष को “अलीपुर षड्यंत्र केस” में अंग्रेज सरकार द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
- श्री अरबिंदो घोष को कोर्ट ने सन् 1909 में बाइज्जत बरी कर दिया था।
- अरविंदो घोष ने ‘कर्मयोगी’ नामक अंग्रेजी साप्ताहिक का संपादन किया था।
उनकी कृतियाँ हैं—
- एस्सेज़ ऑन गीता (1928)
- द लाइफ़ डिवाइन (1940)
- कलेक्टेड पोयम्स एण्ड प्लेज़ (1942)
- द सिंथेसिस ऑफ़ योगा (1948)
- द ह्यूमन साइकिल (1949)
- द आईडियल ऑफ़ ह्यूमन यूनिटी (1949)
- ए लीजेंड एण्ड ए सिंबल (1950)
- ऑन द वेदा (1956)
- द फ़ाउन्डेशन ऑफ़ इंडियन कल्चर