जयपाल सिंह मुण्डा (JAIPAL SINGH MUNDA)
- जयपाल सिंह मुण्डा का जन्म – 3 जनवरी, 1903 , टकरा गाँव (खूंटी ) , मुण्डा परिवार में
- जयपाल सिंह मुण्डा का मूल नाम – वेनन्ह पाह था।
- इसाई धर्म अपनाने पर इनका नाम ईश्वर दास हुआ
- खूटी के पुरोहित द्वारा इनका नामकरण जयपाल सिंह किया गया।
- उपनाम – मुण्डा राजा, मरंङ गोमके,
- जयपाल सिंह मुण्डा की पत्नी का नाम – तारा मजुमदार
- कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी की पुत्री थी।
- जयपाल सिंह मुण्डा की दूसरा पत्नी – जहाँआरा
- ब्रिटिश फौज के कर्नल रोनाल्ड कार्टिश की पत्नी थी।
- जयपाल सिंह की पत्नी जहाँआरा इंदिरा गाँधी की मंत्रिपरिषद् में परिवहन एवं विमानन विभाग की उपमंत्री थीं।
- सेंट पाल हाई स्कूल के हेडमास्टर केनन कोसग्रेव ने उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण करने हेतु इंग्लैंड भेज दिया।
- जयपाल सिंह के नेतृत्व में भारत ने पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक पुरूष हॉकी में प्राप्त किया।
- 1928 , एम्सटर्डम (नीदरलैंड) ओलंपिक , भारतीय हॉकी टीम ने
- 1939 में आदिवासी महासभा के गठन में सहयोग प्रदान किया।
- 1950 में जयपाल सिंह मुण्डा ने झारखण्ड पार्टी का गठन किया।
- जयपाल सिंह मुण्डा कांग्रेस से इस्तीफा – 30 मई, 1969
- पृथक झारखण्ड की मांग करने वाले वे पहले नेता थे।
- मृत्यु– 20 मार्च, 1970, (Brain Haemorrhage) से, नई दिल्ली में
झारखण्ड पार्टी (1950 ई.)
- 31 दिसंबर से 1 जनवरी, 1950 को जमशेदपुर में जयपाल सिंह मुण्डा द्वारा आदिवासी महासभा का नाम बदल कर झारखण्ड पार्टी कर दिया गया।
- 2 जुलाई, 1951 को छोटानागपुर-संथाल परगना प्रांत के गठन की मांग को झारखण्ड के दौरे पर आए जयप्रकाश नारायण ने समर्थन किया।
- 2 जनवरी, 1952 को पृथक झारखण्ड राज्य के गठन को राँची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित सभा में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने विरोध किया था।
- राज्य पुनर्गठन आयोग का आगमन 5 फरवरी, 1955 को राँची ।
- 1957 के चुनाव में बॉम्बे के पारसी मीनू मसानी ने राँची से चुनाव जीता था
- बिहार विधानसभा में सीताराम जगतराम द्वारा पहली बार पृथक झारखण्ड राज्य के गठन हेतु एक प्रस्ताव 10 फरवरी, 1961 को प्रस्तुत किया गया। परन्तु यह प्रस्ताव निरस्त हो गया।