विपरीतार्थक शब्द/ विलोम शब्द/ विरुद्धार्थी शब्द
- जब कोई एक शब्द किसी दूसरे शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ व्यक्त करे तो उसे विलोम शब्द कहा जाता है।
- साधारण शब्दों में कहें तो जिन शब्दों से किसी दूसरे शब्द का उल्टा शब्द बनें उन्हें विरुद्धार्थी शब्द या विपरीतार्थक शब्द कहते है।
- जैसे– रात का विरुद्धार्थी शब्द या विपरीतार्थक – दिन है।
खोरठा भाषा के कुछ विपरीतार्थक शब्द (उल्टा अर्थेक सबद)
- मोट- पातर
- चरक – करिया
- लाल – करिया
- गोर – करिया
- चोख – भोटको/भोथर
- हंदकल – निझाइल
- मोरल – जीयल / जयत
- लहुआ -करिया
- नावाँ – पुरना
- धांगा – ठुरका
- नझीक- धूर
- खिल – आबाद
- रंगिया – करिया
- हरियर – पीयर
- गाँजल – छिरयावल
- तातल – हेमाइल
- धीपल- जुड़ाइल
- गरम – कनकन
- रोका – बासी
- भींजल- सुखल
- रउद – बसात / पानी
- रउद – छाँहइर
- काँचा – पाकल
- डाबइर – टोपरा
- चिकन – खदरखस
- संइतल – फेकल
- सलसंथ- हुलमाइल
- खाँटी – मेसर
- थुलथुल – लिरिंग-पिटिंग
- चनफन – हेंजोमारा
- चाकर – कोताही
- पसरल – दुम्बा
- कडरू – पंइड़का/संढारू
- झाइल – खाटो
- महरंग– ससत
- दीदी – भाटू
- आइयो – बुबा
- खिदोर – फरिया
- भोरल- छुछा
- ओसाइर – साँकट
- सुगुम – गुइल
- टॉइड़ – खेत
- अइल – फइल – आकस
- काड़ा – भंइस
- बाछा – फटाइन
- दादा – भउजाई
- जनी- मरद
- आइग – पानी
- गाढ़ा – पातर
- गाय – बरद
- बकरा – छगरी
- इंजोर – आँधार
- अरवा – उसना
- बेलुरा – लुइरगर
- कोंका – मुँहगर/लबरा
- मुरूख- बुइधगर