भारत में गिद्धों की विभिन्न प्रजातियां एवं गिद्ध संरक्षण के बारे में (Different species of vultures In India and vulture conservation in India)

भारत में गिद्धों की विभिन्न प्रजातियां एवं गिद्ध संरक्षण के बारे में

भारत में गिद्धों की नौ प्रजातियाँ पाई जाती हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश के विलुप्त होने का खतरा है। गिद्धों की आबादी के लगभग समाप्त होने का प्रमुख कारण डाइक्लोफेनाक नामक दवा थी। सरकार ने भारत में गिद्धों के संरक्षण के लिये गिद्ध संरक्षण 2020-2025 योजना शुरू की है। 

इन 9 प्रजातियों में से 6 भारत की प्रजाति है, जबकि 3 प्रवासी है। पशुओं को दिया जाने वाला दर्द निवारक दवा डाइक्लोफेनाक, जब गिद्धों के पेट में सड़े गले मांस खाने के कारण पेट में जाता है, तो 24 घंटे के अंदर ही उनका किडनी काम करना बंद कर देता है और उनका मृत्यु हो जाता है। इन मौतों से लगातार भारत में गिद्धों की संख्या में कमी हो रहा है। गिद्धों को संरक्षित करने के लिए भी अंतरराष्ट्रीय गिद्ध दिवस (International Vulture Day) प्रतिवर्ष सितंबर माह के पहले शनिवार को मनाया जाता है।

  1. सफेद पूँछ वाला गिद्ध (White-rumped Vulture)
  2. भारतीय गिद्ध (Indian Vulture)
  3. लंबी चोंच वाला गिद्ध (Slender-billed Vulture)
  4. हिमालयन ग्रिफ़न गिद्ध (Himalayan Griffon Vulture)

 

सफेद पूँछ वाला गिद्ध (White-rumped Vulture)

  • IUCN: गंभीर संकटग्रस्त (CR)
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम: अनुसूची I
  • आवास – भारत में गंगा का मैदानी भाग

 

भारतीय गिद्ध (Indian Vulture)

  • IUCN: गंभीर संकटग्रस्त (CR)
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम: अनुसूची I
  • आवास – भारत में गंगा का मैदानी भाग

 

लंबी चोंच वाला गिद्ध (Slender-billed Vulture)

  • IUCN: गंभीर संकटग्रस्त (CR)
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम: अनुसूची I
  • आवास – उप-हिमालयी क्षेत्र तथा दक्षिण-पूर्व एशिया

लाल सिर वाला गिद्ध (Red-headed Vulture)

  • IUCN: गंभीर संकटग्रस्त (CR)
  • वन्यजीव संरक्षण अधिनियम: अनुसूची I
  • आवास -भारतीय उपमहाद्वीप तथा दक्षिण-पूर्व एशिया
  • एशियाई किंग वल्चर, भारतीय काले गिद्ध या पांडिचेरी गिद्ध के रूप में भी जाना जाता है।

 

हिमालयन ग्रिफ़न गिद्ध अथवा जीप्स हिमालयनसीस (Himalayan Griffon Vulture)

  • IUCN: “संकटापन्न” (Near Threatened या NT)
  • आवास – हिमालय क्षेत्र में (काबुल से लेकर तिब्बत और भूटान तक)
  • ‘हिमालयन ग्रिफन गिद्ध’ पहली बार प्वाइंट कैलिमेर वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य में देखा गया है।
  • ‘हिमालयन ग्रिफन-Himalayan Griffon’  फीके पीले रंग का गिद्ध होता है
  • इसकी गर्दन सफेद पीले रंग की होती है।

 

भारत में गिद्ध संरक्षण के प्रयास

  • हाल ही में राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड (NBWL) ने गिद्धों के संरक्षण के लिए गिद्ध संरक्षण कार्य योजना 2020-2025 को मंजूरी दी है। जिसके तहत गिद्धों के लिए जहर बन रही मवेशियों के इलाज में प्रयोग की जाने वाली दवाओं को भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल द्वारा प्रतिबंधित किया जाएगा।
  • गांधीनगर, गुजरात में आयोजित CMS-CoP-13 में गिद्ध बहु- प्रजाति कार्य योजना की पहली रणनीति भी शुरू की गयी।

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