धान के विभिन्न रोग, कीट एवं उपचार paddy diseases, pests and treatment

 धान के विभिन्न रोग, कीट एवं उपचार (Various diseases, pests and treatment of paddy)

  • खैरा धान में लगने वाला एक प्रमुख रोग है जो जस्ते (जिंक) की कमी से होता है। 

  • पत्ती का भूरा धब्बा-जीवाणु झुलसा (Bacterial Blight) एवं धान का झौंका (Blast) रोग-असिंचित धान में कवक द्वारा, टुंग्रो रोग-राइस टुंग्रो वायरस द्वारा, आभासी कंड False Smut-कवक द्वारा होने वाले धान के विभिन्न रोग हैं। 

  •  गंधी कीट, सैनिक कीट, तना छेदक, धान का भूरा एवं सफेद फुदका, पत्ती लपेटक कीट आदि धान में लगने वाले विभिन्न कीट हैं। गंधी कीट को मैलाथियान तथा सैनिक कीट को क्लोरपायरीफास द्वारा नियंत्रित किया जाता है। गाल फ्लाई कीट के कारण धान में रजत प्ररोह रोग होता है। 

  • 1943 के बंगाल अकाल के कारणों में धान का भूरा पर्णचित्ती (Brown Spot) रोग एक प्रमुख कारण था। जिसकी वजह से धान की फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था। 

  • C3, पौधेः चावल, गेहूँ, ओट्स, बार्ली, आलू, सोयाबीन आदि। 

  •  ‘गोल्डन धान’ की किस्म में सर्वाधिक मात्रा में विटामिन-A पाया -जाता है। 

  • भारतीय बासमती चावल को G.I. टैग मिला हुआ है।

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