10. जय माँय जननी – शिवनाथ प्रमाणिक बैदमारा, बोकारो
भावार्थ 👍
भारत की धरती हमारी मां के समान है। अपनी धरती मां के मस्तस्क में हिमालय का मुकुट शोभनीय है। इसकी सुंदर छवि विश्व को मोहित और आकर्षित करती है। हिंद महासागर इसके पांवो को पखारता है। विंध्याचल पर्वत मानो भारत मां के कमर का गहना है। कच्छ और कामरूप माता के हाथों के कंगना है। गंगा, कावेरी असंख्य नदियां माता की साड़ी की सजावट है। कश्मीर माता की नथुनी है। हमारे देश की परिपाटी सीधी और सादी है। यह देश जनतंत्र की धरती है। इस सुंदर देह वाली माता की महिमा अपार है। वन जंगल धरती माता का सुंदर हरा परिधान/वस्त्र है जहां विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी राज करते हैं। इस देश की संप्रभुता की निशानी हमारा प्यारा तिरंगा ध्वज है, जो हमेशा शान से लहराता रहता है और रहेगा। भारत माता की जय, जय मां जननी।
हिमालयेक मुकुट साजे बिस्वमोहिनी
जय-जय माँ भारत, जय माँ जननी। रंग।
गोड़-धोवे समुदरें, विंध मेखला कमअरें
कच्छ- कामरुप सोभे माँयेक हाँथेक किंकिनी.
जय-जय माँ भारत, जय माँ जननी । रंग ।
गंगा-काबेरिक धारा, उत्तर – दखिन चहुँ ओरा
कसमीर साजे माँयेक नाकेक नथुनी.
जय जय माँ भारत, जय माँ जननी । रंग।
सीधा-सादा परिपाटी, जन-गनेक मनेक माटी
महिमा अपार माँयेक सुबदनी.
जय-जय माँ भारत, जय माँ जननी । रंग।
बन- परिधन साजे, नाना रंगेक पइंखी राजे
लहर-लहर उड़े तिरंगा निसानी.
जय-जय माँ भारत, जय माँ जननी । रंग ।
Q. जय माँय जननी गीत के लिखबइया के लागथीन ? शिवनाथ प्रमाणिक
Q. शिवनाथ प्रमाणिक के जन्मथान हकय ? बैदमारा, बोकारो
Q. जय माँय जननी गीत कौन किताब में छपल/इंजरायल हे ? सोहान लागे रे
Q.भारत माँय का मुकुट है ? हिमालय
Q.भारत माँय का गोड़-धोवे है ? समुदरें
Q.भारत माँय के कमरे कोण पर्वत है ? विंध मेखला
Q.भारत माँयेक हाँथेक किंकिनी (कंगन की लगे ? कच्छ (गुजरात )- कामरुप (असम )
Q.भारत माँयेक नाकेक नथुनी की लगे ? कसमीर
Q.भारतेक चेरो डिगे कौन कौन नदीक धारा छीत्रायल है ? गंगा-काबेरिक धारा
Q.जन-गन मन राष्ट्रीय गान का उल्लेख किस खोरठा गीत में है ? जय माँय जननी गीत