खोरठा साहित्य का इतिहास
History of Khortha Literature
खोरठा साहित्य का संक्षिप्त इतिहास
-
आदिकाल : 1750 ई. से 1900 ई. तक
-
मध्यकाल : 1900 से 1950
-
नवयुग : 1950 से अबतक
आदिकाल : 1750 ई. से 1900 ई. तक
-
इस काल की मुख्य प्रवृत्ति- प्रबंधात्मकता और भक्तिभावना
1. राजा दलेल सिंह
-
शिवसागर(प्रबंध काव्य) (700पृ0, 12000 दोहे)
-
गोविन्द लीलाऽमृत
2.पद्यदास (राजकबि,रामगढ़)
-
काव्य मंजरी
3.रूद्र सिंह (दलेल सिंह के पुत्र)
-
ज्ञान सुधाकर
4.बेसहाल मार्क
-
पोलिस नेमो – बाइबल का अनुवाद “Old Testament ”
मध्यकाल : 1900 से 1950
-
मुख्य प्रवृत्ति – गीतात्मकता (गेयता)
नवयुग : 1950 से अबतक
खोरठा भाषा संस्कृति पर हुए कुछ ऐतिहासिक सम्मेलन/आयोजन.
खोरठा भाषा के लेखक एवं उपनाम
Khortha Writers surnames
-
रांची आकाशवाणी केंद्र की स्थापना 1957 में किया गया था
-
आकाशवाणी से पहला खोरठा भाषा का कविता धनबाद के नारायण महतो व्यथित जी का 1957 में प्रकाशन हुआ
-
रांची दूरदर्शन केंद्र में पहली बार क्षेत्रीय भाषाओं का कवि सम्मेलन 9 जून 1987 से शुरू हुआ जिसमें सबसे पहला खोरठा कविता कवि प्रोफेसर विनोद कुमार ने अपना कविता प्रस्तुत किया था
-
आखड़ा दूरदर्शन की पत्रिका है
खोरठा कवियों की प्रमुख रचनाएँ
खोरठा काठे पइदेक खंडी –
-
ए. के. झा जी द्वारा लिखा हुआ कविता संग्रह है।
-
यह 1968 से 1983 के बीच लिखी गई और 1983 ई. में प्रकाशित हुई।
रूसल पुटुस
-
शिवनाथ प्रमाणिक की रचना 1985 ई. में प्रकाशित किया गया।
-
यह कविता संग्रह है।
एक मौनी फूल
-
इस कविता संग्रह के रचनाकार संतोष कुमार महतो है।
-
इसका प्रकाशन 1987 में हुआ।
कादो फूल
-
धनपत महतो ‘गणपति’ द्वारा रचित कविता संग्रह का प्रकाशन 1986 ई. में हुआ।
-
3 कविताओं का संग्रह है।
एक पथिया डोंगल म हुआ
-
संतोष कुमार महतो द्वारा सम्पादित कविता संग्रह है।
पुटुस फूल
-
डॉ. गजाधर महतो प्रभाकर के कविता संग्रह है।
पइन सोखा
-
सुकुमार जी द्वारा गीतों का संग्रह है।
सइंतल साडा
-
कृष्ण चन्द्र आला का व्यक्तिगत कविता संग्रह है जिसमें २7 कविता हैं। 10 कविता बाल कविता है।
बेलन्दरी
-
शांति भरत द्वारा लोकगीत संग्रह है।
खोरठा गीत संग्रह
-
शिवनन्द पांडे गरीब के एकल कविता संग्रह है।
कोरइया फूल
-
बसु बिहारी द्वारा गीत संग्रह है।
बोनेक बोल
-
कवियों की कविता संग्रह है। संग्रहकर्ता रमणिका गुप्ता हैं।
कविता पुराण
-
ए.के. झा द्वारा रचित बाल कविता संग्रह है।
लोर
-
खोरठा कविता संग्रहजनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’ की है, जिसमें 21 कविताओं का संग्रह है।
महुआ
-
मनपूरन गास्वामी द्वारा गीत संग्रह है।
सौंध माटी
-
डॉ. विनोद कुमार द्वारा रचित खोरठा कहानी एवं कविता संग्रह पुस्तक का प्रकाशन 1990 में जनजातीय भाषा अकादमी बिहार सरकार राँची द्वारा किया गया
खोरठा गइदक पइदेक खंडी
-
ए.के. झा द्वारा रचित कविता संग्रह है।
एक मउनी फूल
-
31 कविताओं का संग्रह संतोष महतो जी का है।
लोकगीत झारखण्ड खोरठा
-
लोकगीत संग्रहकर्ता अजय एवं लोकेश
-
इस पुस्तक संपादक कैसल अनुराग हैं।
-
खोरठा गीत एवं पहेली संग्रह शेखर शरदेन्दु का है।
एक टोकरी फूल (तितकी)
-
लोक गीत संग्रह खोरठा ढाकी छेतर कमिटी, कोठार कैंथा (रामगढ़) द्वारा किया गया है।
खोरठा लोक गीत
-
संग्रहकर्ता – शिवनन्दन पाण्डे गरीब हैं।
झींगा फूल
-
खोरठा गीत संग्रह घनश्याम महतो की है।
हिलोर
-
खोरठा लोक गीत संग्रहजनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’ की हैं।
तोंञ् आर हम
-
इस पुस्तक के रचनाकार श्याम सुन्दर महतो ‘श्याम’ हैं, जिसमें कविता-संग्रह के साथ 140 चिनगिनी (बाल कविता) हैं।
रांगालाठी
-
विश्वनाथ प्रसाद नागर की कविता संग्रह है।
सेवातिक बूंद
-
जनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’ हैं।
-
इस पुस्तक में 28 कविताओं को संग्रहित किया गया है।
मानुसेक कद
-
मानुसेक कद कविता संग्रहमहेन्द्र प्रबुद्ध की है। इसमें 31 कविताओं का संग्रह है।
झिंगुर
-
खोरठा कविता संग्रह सुकुमार की है।
खोरठाक खुटा तितकी राय
-
पुस्तक ,कवि तितकी राय के जीवनी पर आधारित है।
-
कविता की रचना मो. सिराजउद्दीन अंसारी ‘सिराज’ ने की है।
तातल हेमाल
-
शिवनाथ प्रमाणिक की कविता संग्रह है।
चांदिक जुता
-
खोरठा कविता संग्रहजनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’ द्वारा खोरठा साहित्य में पहला व्यंग्य रचना है।
पुटुस आर परास
-
विश्वनाथ दसौंधी ‘राज‘ द्वारा रचित कविता संग्रह 2004 में प्रकाशित हुई, जिसमें 10 कविता संग्रह है।
झुमर एकइसा
-
देबु लाल गोस्वामी द्वारा खोरठा रगचंगिया झूमर संग्रह है।
-
जिसमें माटीकटान, साजिक, सिंगार, निरगुन और सोहर कविता है।
दू डाइर जिरहूल फूल
-
यह पुस्तक गद्य और पद्य संग्रह के रूप में है।
-
इसका सम्पादन खोरठा साहित्य संस्कृति परिषद बोकारो द्वारा किया गया है।
-
पद्य भाग में 24 कविता संग्रह हैं।
-
यह पुस्तक झारखण्ड अधिविद्य परिषद, राँची द्वारा स्वीकृत माध्यमिक विद्यालय खोरठा पाठ्यक्रम 10 वर्ग के लिए है।
सवले बीस
-
कविता संग्रह भी श्रीनिवास पानुरी जी का है
-
इस पुस्तक के सम्पादक गिरधारी गोस्वामी आकाश ‘खूटी‘ है।
आंखीक गीत
-
श्री निवास पानुरी जी की 72 कविताओं का संग्रह है।
-
इस पुस्तक के सम्पादक (संग्रहकर्ता) श्री नारायण महतो हैं।
मदनभेरी
-
खोरठा गीत संग्रह सुकुमार जी द्वारा संग्रहित है।
-
इस पुस्तक में 32|कविता विभिन्न कवियों की है।
परास के फूल
-
खोरठा कविता एवं गीत संग्रह महेन्द्र प्रबुद्ध की है, जिसमें 29 कविताओं का संग्रह है।
के तौञ्
-
कविता संग्रह पारसनाथ महतो की है।
जिनगिक भेउ
-
कविता संग्रह परितोष कुमार प्रजापति की है, जिसमें 22 कविता हैं।
इसके अलावे अन्य कविता संग्रह इस प्रकार हैं
-
छिउल पाता – विश्वनाथ प्रसाद नागर
-
चेरडाक मुंडे बेल तर(व्यंग्य कविता संग्रह) – श्याम सुन्दर महतो
-
घरेक बात – डॉ. रामकुमार तिवारी
-
धोवइयाक धमक– डॉ. विनोद कुमार
-
रूसल पुटुस– शिवनाथ प्रमाणिक
-
तातल हेमाल – शिवनाथ प्रमाणिक
-
पुटुस फूल – गजाधर महतो
-
बेलन्दरी– शांति भरत
-
कोरइया फूल– बासु बिहारी
-
खोरठा से प्रकाशित पत्रिका – खोरठा, तितकी, लुआठी, करिल, दूलरोउति बहिन, अवाज, आखड़ा इत्यादि