खेल प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार किस वर्ष में स्थापित किया गया था ?

Q. खेल प्रशिक्षकों के लिए द्रोणाचार्य पुरस्कार किस वर्ष में स्थापित किया गया था ?RRB Loco Pilot Questions

(B) 1985 ई. में

(A) 1984 ई. में

(C) 1987 ई. में

(D) 1988 ई. में


Ans -1985 ई. में


द्रोणाचार्य पुरस्कार,  खेलों में उत्कृष्ट कोचों को दिया जाता जाता है।


इसे युवा मामलों और खेल मंत्रालय द्वारा सालाना दिया जाता है। 


इस पुरस्कार में द्रोणाचार्य का एक कांस्य प्रतिमा, एक प्रमाण पत्र, औपचारिक पोशाक, और 10 लाख का नकद पुरस्कार शामिल है।


द्रोणाचार्य पुरस्कार 1985 में स्थापित किया गया था


इस पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता भालचंद्र भास्कर भागवत (कुश्ती), ओम प्रकाश भारद्वाज (मुक्केबाजी), और ओ एम नांबियार (एथलेटिक्स) थे, जिन्हें 1985 में सम्मानित किया गया था


यह नेशनल स्पोर्ट्स डे यानी 29 अगस्त को दिया जाता है। यह दिन मेजर ध्यानचंद (Dhyan Chand) के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।


पहले यह राशि 5 लाख रुपए थी लेकिन इसे 2020 में बढ़ाकर 10 लाख कर दिया गया।


एक साल में ज्यादा से ज्यादा 5 द्रोणाचार्य पुरस्कार दिए जाते हैं जिनमें दो लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड भी शामिल होते हैं।


द्रोणाचार्य अवार्ड को जीतने वाली महिला रेनू कोहली (Renu Kohli-Athletics) थी। उन्होंने यह खिताब 2002 में अपने नाम किया था।


क्यूबा के ब्लास इग्लेसियस फर्नांडीज (Blas Iglesias Fernandez) पहले विदेशी कोच हैं जिन्हें द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। फर्नांडीज को यह खिताब साल 2012 में दिया गया था। फर्नांडीज पूर्व बॉक्सिंग कोच हैं 


भारतीय बैडमिंटन के कोच और पूर्व ऑल इंग्लैंड चैंपियन पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand) को द्रोणाचार्य पुरस्कार से 2009 में सम्मानित किया गया था।


महावीर सिंह फोगाट (Mahavir Singh Phogat) को 2016 से द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा गया था।

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