‘मुद्रा के अवमूल्यन’ का परिणाम होता है

Q. ‘मुद्रा के अवमूल्यन’ का परिणाम होता है –

(a) निर्यात में वृद्धि और भुगतान संतुलन में सुधार

(b) निर्यात में वृद्धि और विदेशी आरक्षित निधि में कमी

(c) आयात में वृद्धि और भुगतान संतुलन में सुधार

(d) निर्यात और आयात में वृद्धि गा

S.S.C. Tax Asst.. परीक्षा, 2006

उत्तर – (a)

मुद्रा के अवमूल्यन (Devaluation of currency) के फलस्वरूप निर्यात में वृद्धि और भुगतान संतुलन (Balance of Payment) में सुधार होता है।

Leave a Reply