20. बेदिया जनजाति
- झारखण्ड की अल्पसंख्यक जनजाति
- प्रजातीय सम्बन्ध – द्रविड़ समूह
- बेदिया जनजाति स्वंय को वेद निवस या वेदवाणी कहते हैं।
- बेदिया जनजाति स्वयं को उच्च हिन्दू मानते हैं।
- ये नाम के साथ बेदिया और माँझी की उपाधि धारण करते हैं।
- निवास – राँची, हजारीबाग व बोकारो जिले
- वधु मूल्य – ‘डाली टका’
- गांव के मुखिया – प्रधान
- इसे महतो या ओहदार भी कहते हैं।
- अखड़ा – नृत्य स्थल
- आयोजित विवाह – सबसे प्रचलित विवाह है।
- बहिर्जातीय विवाह (निषिद्ध) – ‘ठुकुर ठेनी‘ कहा जाता है ।
- पुरूषों का परंपरागत वस्त्र – केरया, काच्छा/भगवा
- महिलाओं का परंपरागत वस्त्र – ठेठी और पाचन
- पर्व- दशहरा, दीपावली, छठ, सोहराई, करमा आदि
- प्रमुख पेशा – कृषि
- प्रमुख देवता – सूर्य
- सूर्याही पूजा का प्रचलन
- धार्मिक स्थल – सरना कहा जाता है।