स्थापत्य शब्दावलियाँ
विहार
- बौद्ध भिक्षुओं का आवास-गृह ‘विहार’ कहलाता है।
- आकार में बड़े विहार को ‘महाविहार’ कहते हैं
- जैसे- गुप्त काल में बना ‘नालंदा महाविहार‘।
चैत्य
- बौद्ध व जैन गुहा मंदिरों को चैत्य कहा गया है।
- गुहा मंदिर– गुफाओं को काट-छाँट कर बनाए गए प्राचीन मंदिर
स्तूप
- गोल आधार पर निर्मित पत्थर या ईंट की ठोस गुंबदाकार आकृति ‘स्तूप’ कहलाती है।
पैगोडा
- बौद्ध स्तूपों और परतदार आकृति में बने स्तंभों के स्थापत्य के लिये यूरोपीय लोगों ने ‘पैगोडा’ शब्द का इस्तेमाल किया है।
गोथिक शैली
- यह मध्ययुगीन यूरोपीय वास्तु की एक शैली है, जिसका जन्म फ्रांस में हुआ था।
- यूरोप के सैकड़ों गिरजाघर इसी शैली में बने हैं और इसी शैली में भारत के भी अधिकतर चर्च (गिरजाघर) निर्मित हैं।
इंडो-सारसेनिक शैली
- भारत में अंग्रेज़ों के शासनकाल में विकसित हुई वास्तुकला की ऐसी शैली, जिसमें वास्तुकारों ने भारत के प्राचीन और मध्यकाल के इस्लामिक स्थापत्य की विशेषताओं के सम्मिश्रण से एक नई शैली को जन्म दिया।