Ankhik Geet Srinivas Panuri FOR JSSC JPSC

      खोरठा भाषा एवं साहित्य

      SARKARI LIBRARY

      MANANJAY MAHATO

      SPECIAL FOR JSSC  / JPSC

       Ankhik Geet   Srinivas Panuri FOR JSSC JPSC

      ऑखीक गीत श्रीनिवास पानुरी

      (ख)ऑखीक गीत

      (कविता संग्रह- 72 कविता )

      आंखिक गीत का अर्थ – आँखों के गीत 

      • कवि/लेखक  – श्री निवास पानुरी 

        • जन्म – 25.12.1920

        • मृत्यु – 07.10.1986

        • जन्म स्थान – बरवा अड्डा, धनबाद

        • पिता का नाम – शालीग्राम पानुरी 

        • माता का नाम – दुखनी देवी 

        • घर का पुकारू नाम – चिनिवास 

      • आँखिक गीत का प्रकाशक – नारायण महतो 

      • प्रकाशन वर्ष  – 2011 

        •  ‘आंखिक गीत’ कविता संकलन में मुक्त कविताएं तथा क्षपिकाएं संकलित हैं।

      • कुल कविता – 72 

      पृथ्वी प्रकाशन में दिया हुआ है 

      प्रथम संस्करण 

      2000

      द्वितीय संस्करण 

      2019

      1.आइझ गीतेक देशे 

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      2.हमर हाथेक माला 

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      3.एखनु पुरवेक गाले लाली 

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      4.घुइर घुइर  ककरा देखे आइख 

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      5. मीठा फागुन हवाक वासे

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      6.रुपेक आंगी जरल प्राण

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      7.तोर इयाद माते 

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      8.सखी आईस तोर आशे 

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      9.हम सुनलहि शून्येक डाक 

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      10.करिया काजरेक घर से 

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      11.आइझ हमर  वीणाक तारे 

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      12.जखन हमरा सिद्धि मिलल 

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      13.बाजे ककर नूपुर धवनिनी 

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      14.हम देखल  ही सत्य के 

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      15.भभला गाचे आम फरल 

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      16.आईस खोरठाक प्राण प्रतिष्ठा 

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      17.हम देखल ही सब साला के 

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      18.आइझ हमर मने जागे 

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      19.कोन सुंदरेक पूजे तोय 

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      20.बहुत दिनेक बाद भेल 

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      21.गीते गीते गीत जागल 

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      22.रखिया भाय मुहेक पानी 

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      23.मरुक देशे मनेक पाँखि 

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      24.सुइन ककर कंठेक  गान 

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      25.एके तो करेला 

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      26.सखी तोर रुपेक शोर 

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      27.काने फूल 

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      28.काँखे पानी 

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      29.बाहरे रोद 

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      30.तोर एसन धन के 

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      31.चमकल ककर गालेक लाली 

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      32.आइझ हमर मने परल 

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      33.खोरठा हाय खोरठा 

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      34.जाग जाग 

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      35.एखनु हमर  काने नूपुर 

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      36.दुनियाक विचित्र खेल 

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      37.इ जगते तोर ठोर नाय 

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      38.आयझों  तोर दर्शन खातिर 

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      39.इ कुकुर गिला से होशियार रहिया भाय 

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      40.आइझ आपण के सभ्य कहे हे मानुस 

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      41.सभ्य  कंही की असभ्य तोरा 

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      42.जय जय जय

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      423.सत्येक टांगे लागल  हे 

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      44.हम रोपली धान 

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      45.मानुष खोजे है आइझो आपण राश्ता 

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      46.एखनु राइत बाकि हे 

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      47.आइझ फुइल के डुबे हे सुरुज 

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      48.आइझ आकाशो  नूतन मेघ 

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      49.आइझो झारखण्डे ओहे होवे हे 

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      50.जखन पण्डितेक हाथे भासाक भार 

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      51.नाच बान्दर नाच रे 

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      52.हम पकिया लाल रंग 

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      53.हम आर उ 

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      54.हमरा के भुल्ले हे कान्हा 

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      55.नाच मुंडरी नाच रे 

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      56.तोर आशे बांध घाटे 

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      57.ईटा ईगो तपेसा 

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      58.धीरे धीरे बोल सखी 

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      59.सांप बइन काटे जे  

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      60.बैसाख मासेक थकल पथिक 

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      61.बिस सूत्री कार्यक्रम हमर मने चिंता गम 

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      62.जोदी खोजा  मान 

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      63.तोरा देईख के डर होवे हे मने 

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      64.आइझ हमर मने परल 

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      65.पुरुब डिगे सुरुज उठल 

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      66.आइझ हमर काम शेष 

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      67.माएक किरपे आइझ हम पूर्णा 

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      68.ऐसन पहर के टेके हमर डहर 

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      69.हाय हम ललकले रहली 

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      70.कलि ,फुले गाछ विरिछे हँसे 

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      71.विधवा 

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      72.छणिका 

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      छायावाद कविता की मुख्य विशेषताएँ (प्रवृत्तियाँ)

      • आत्माभिव्यक्ति (soul expression)

      • नारी-सौंदर्य और प्रेम-चित्रण

      • प्रकृति प्रेम

      • राष्ट्रीय / सांस्कृतिक जागरण

      • रहस्यवाद

      • स्वच्छन्दतावाद (Romanticism)

      • कल्पना की प्रधानता

      • दार्शनिकता

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