अफ्रीका महाद्वीप
- विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप (क्षेत्रफल दष्टि से)
- विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप (जनसँख्या दष्टि से)
- उत्तर में – भूमध्य सागर
- उत्तर-पूर्व – लाल सागर
- पश्चिम तथा दक्षिण-पश्चिम – अटलांटिक महासागर
- पूर्व – हिंद महासागर
- यह विश्व का एकमात्र महाद्वीप है जहाँ से कर्क, मकर व विषुवत् तीनों रेखाएँ गुज़रती हैं।
- सिनई स्थलसंधि
- एशिया महाद्वीप को अफ्रीका महाद्वीप से जोड़ती है।
- लाल सागर को भूमध्य सागर से अलग करती है।
- स्वेज़ नहर – लाल सागर को भमध्य सागर से जोड़ती है।
- स्वज़ नहर के भूमध्यसागरीय तट पर ‘स्वेज़ बंदरगाह’ (Suez Port) अवस्थित है।
- जिब्राल्टर जलसंधि – अफ्रीका महाद्वीप को यरोप महाद्वीप से अलग करती है।
- ‘पठारों व मरुस्थलों का महाद्वीप’ भी कहते हैं।
- अफ्रीका को अंध महाद्वीप (Dark Continent) भी कहा जाता है।
- अफ्रीका महाद्वीप विश्व के सर्वाधिक देशों वाला महाद्वीप है।
- विश्व का सबसे बडा मरुस्थल – ‘सहारा मरुस्थल’
- अफ्रीका महाद्वीप के दक्षिणी क्षेत्र में ‘कालाहारी मरुस्थल’ है।
- अफ्रीका का सबसे पूर्वी बिंदु- ‘रास हफून’ (सोमालिया)
- अफ्रीका का सबसे पश्चिमी बिंदु – ‘एल्मादी पॉइंट’, केप वर्दे (सेनेगल)
- अफ्रीका का उत्तरी बिंदु – ‘रास-बेन-सक्का’ (ट्यूनीशिया)
- अफ्रीका का दक्षिणतम बिंदु – ‘केप अगुलहास’ (दक्षिण अफ्रीका)
- अफ्रीका में ही ‘ग्रेट रिफ्ट वैली’ स्थित है।
- यह महान घाटी मालावी (न्यासा) झील के दक्षिण से लाल सागर होते हुए एशिया महाद्वीप के ‘मृत सागर’ तक फैली है।
- इस महान भ्रंश घाटी में मालावी, अल्बर्ट, तुर्काना, तंगनाइका प्रमुख झीलों की उत्पत्ति हैं।
- विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मीठे पानी की झील – विक्टोरिया झील
- अफ्रीका की सबसे बड़ी झील – ‘विक्टोरिया’ झील
नदी
नील नदी
- नील नदी – उत्तरी सूडान, मिस्र
- श्वेत नील – युगांडा, द. सूडान,उत्तरी सूडान
- ब्लू नील – इथियोपिया, उत्तरी सूडान
- यह नदी ‘श्वेत नील’ एवं ‘ब्लू नील’ के मिलने से बनी है।
- श्वेत नील का उद्गम – विक्टोरिया झील से,
- ब्लू नील का उद्गम – इथियोपियाई उच्चभूमि से
- ब्लू नील उत्तरी सूडान की राजधानी खार्तूम के समीप श्वेत नील से मिलने के बाद ‘नील नदी’ कहलाती है।
- नील नदी का मुहाना – भूमध्यसागर में
- ‘नील नदी की देन’– मिस्र को कहा जाता है।
- यह विश्व की सबसे लंबी नदी (6,695 किमी.) है।
कॉन्गो (जायरे) नदी
- देश – कॉन्गो गणराज्य,कॉन्गो, अंगोला
- यह अफ्रीका की दूसरी सबसे लंबी नदी है।
- इसके तट पर कॉन्गो गणराज्य की राजधानी ‘किंशासा‘ व कॉन्गो की राजधानी ‘ब्राजाविले’ अवस्थित है।
- यह नदी विषुवत् रेखा को दो बार काटती हुई अटलांटिक महासागर में गिरती है।
- इस नदी बेसिन के विषुवत्रेखीय क्षेत्र में विश्व की सबसे छोटे कद वाली प्रजाति ‘पिग्मी’ रहती है।
- कसई, उबांगी इसकी महत्त्वपूर्ण सहायक नदियाँ हैं।
- कसई नदी बेसिनडायमंड रिज़र्व के लिये प्रसिद्ध है।
जांबेज़ी नदी
- अंगोला, जांबिया, जिबाब्व, माज़ाबिक, बोत्सवाना, नामीबिया
- नामीबिया, जांबिया, जिंबाब्वे और बोत्सवाना की सीमा जांबेज़ी नदी के समीप आकर मिलती है।
- यह नदी जांबिया व जिंबाब्वे की प्राकृतिक सीमा बनाती है। यहीं पर विक्टोरिया जलप्रपात स्थित है।
- इस नदी पर करीबा बांध का निर्माण किया गया है तथा इससे निर्मित जलाशय को ‘करीबा झील’ कहते हैं।
- मुहाना – मोजांबिक चैनल में
ऑरेन्ज नदी
- दक्षिण अफ्रीका, लेसोथो, नामीबिया आदि।
- उद्गम – ड्रेकैंसबर्ग पर्वत,
- मुहाना -अटलांटिक महासागर
- यह नदी दक्षिण अफ्रीका व नामीबिया की सीमा बनाती है।
- सहायक नदी – वॉल
- इस नदी पर दक्षिण अफ्रीका में ‘आग्रेबीज़ जलप्रपात‘ स्थित है।
नाइजर नदी
- गिनी, माली, नाइजर,बेनिन, नाइजीरिया आदि।
- उद्गम – गिनी उच्चभूमि, मुहाना- गिनी की खाड़ी
- यह माली में अंतः स्थलीय डेल्टा (मैकिना दलदल) बनाती है।
- इसे ‘पॉम आयल रिवर’ भी कहते हैं।
- इसके मुहाने पर नाइजीरिया का ‘हारकोर्ट’ बंदरगाह अवस्थित है ।
- माली की राजधानी ‘बमाको’ भी इसके तट पर स्थित है।
वोल्टा नदी
- घाना, माली, बेनिन, टोगो आदि।
- इस पर ‘अकासोंबो बांध’ का निर्माण किया गया है।
- इससे निर्मित जलाशय को ‘वोल्टा झील’ कहते हैं | जो अफ्रीका का सबसे बड़ा कृत्रिम जलाशय है।
- वोल्टा बेसिन कोको की कृषि हेतु महत्त्वपूर्ण है।
- मुहाना – गिनी की खाड़ी।
जुब्बा व शैबेली नदी
- इथियोपिया व सोमालिया
- उद्गम– इथियोपिया उच्चभूमि
- मुहाना– हिंद महासागर
- शैबेली, जुब्बा की सहायक नदी है।
- शिबेली नदी के तट पर सोमालिया की राजधानी ‘मोगादिशु‘ स्थित है।
लिंपोपो नदी
- देश – दक्षिण अफ्रीका,बोत्सवाना, जिंबाब्वे व मोजांबिक
- यह नदी दक्षिण अफ्रीका- बोत्सवाना तथा दक्षिण अफ्रीका-जिंबाब्वे की सीमा बनाते हुए मापूतो (डेलागुआ) की खाड़ी में गिरती है।
- यह नदी मकर रेखा को दो बार काटती है।
अफ्रीका महाद्वीप के प्रमुख पर्वत एवं पठार
एटलस पर्वत
- यह नवीन वलित पर्वत का उदाहरण है।
- यह मोरक्को, अल्जीरिया और ट्यूनीशिया में विस्तृत पर्वत श्रेणी है।
- एटलस पर्वत की सबसे ऊँची चोटी‘टौब्कल’ (4,165 मी) है, जो ग्रेट एटलस पर्वत श्रेणी का भाग है।
इथियोपिया की उच्च भूमि
- इसकी सर्वोच्च चोटी ‘रास-दशन’ (4,533 मी.) है।
- ब्लू नील नदी का उद्गम क्षेत्र
माउंट केन्या
- यह केन्या उच्चभूमि की सर्वोच्च चोटी है, जिसकी माउंट केन्या ऊँचाई 5,199 मी. है।
- यह अफ्रीका की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है।
माउंट एल्गन
माउंट किलिमंजारो
- अफ्रीका की सर्वोच्च चोटी जो तंजानिया में अवस्थित है।
- इसकी ऊँचाई 5,895 मी. है।
- इसे ‘माउंट किबो’ के नाम से भी जानते हैं।
माउंट राउवेनजोरी
- डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो (ज़ायरे) की अल्बर्ट झील के समीप स्थित है।
- इसे ‘Mountains of the Moon‘ के नाम से भी जाना जाता है।
माउंट कैमरून
- अफ्रीका का एक सक्रिय ज्वालामुखी पर्वत, कैमरून के तटीय क्षेत्र में अवस्थित।
माउंट सिनई
- हॉर्स्ट पर्वत का उदाहरण
- एशिया महाद्वीप का भाग
- मिस्र का मरुभूमीय पर्वत
तिबेस्ती पठार (मासीफ़)
- उत्तरी चाड में स्थित एक मरुभूमीय पर्वत
कटंगा पर्वत
- यह कॉन्गो गणराज्य देश के दक्षिणी भाग में स्थित है।
- अफ्रीका के उत्तर में भूमध्य सागरीय तट को ‘बारबरी कोस्ट’ कहते हैं और इस पर स्थित देशों को ‘बारबरी स्टेट्स’ कहा जाता है।
जलवायु एवं वनस्पति (Climate and Vegetation)
- अफ्रीका के अधिकांश क्षेत्र का विस्तार कर्क व मकर रेखा के मध्य है, जिससे यहाँ उष्णकटिबंधीय जलवायवीय दशाओं का विकास हुआ है। अतः यहाँ वर्ष भर उच्च तापमान पाया जाता है।
- विश्व का द्वितीय सबसे उच्चतम तापमान वाला क्षेत्र -अल अजीजिया(लीबिया)
- विश्व में सबसे उच्चतम तापमान वाला क्षेत्र- ‘डेथ वैली’ (उत्तर अमेरिका)
- अफ्रीका में सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान– पश्चिमी कैमरून का क्षेत्र
कृषि (Agriculture)
- अफ्रीका की नकदी फसलों में पाम ऑयल(ताड़ का तेल )‘ प्रमुख है।
- आइवरी कोस्ट– विश्व में सर्वाधिक कोको का उत्पादन करने वाला देश
- नाइजीरिया – ज्वार का उत्पादन
- केन्या – चाय उत्पादन
- अफ्रीका में जैतून का सर्वाधिक उत्पादन करने वाला देश – ट्यूनीशिया
- तंज़ानिया के जंजीबार व पेम्बा द्वीप पर लौंग और इलायची का वृहद् स्तर पर उत्पादन किया जाता है
- पेम्बा व जंजीबार को ‘लौंग द्वीप’ (क्लोव आइलैंड) भी कहते हैं।
वन तथा वन्यजीव (Forest and Wildlife)
- अफ्रीका के ‘कॉन्गो गणराज्य’ – ‘विश्व का प्राकृतिक चिड़ियाघर’
- दक्षिण अफ्रीका के ट्रांसवाल क्षेत्र में जिराफ़ व जेबरा मिलते हैं
- कालाहारी मरुस्थल‘बस्टर्ड ‘शुतुरमुर्ग‘ जैसे पक्षियों का आवास स्थल है।
- केन्या – ‘मसाई मारा नेशनल पार्क’
अफ्रीका महाद्वीप के प्रमुख अंतरीप | ||
अगुलहास अंतरीप | द. अफ्रीका | हिंद महासागर |
सेंट फ्रांसिस अंतरीप | द. अफ्रीका | हिंद महासागर |
गुड होप अंतरीप | द. अफ्रीका | केपटाउन के दक्षिण में |
फ्रियाो अतंरीप | नामीबिया | द. अटलांटिक महासागर |
ओगुए अंतरीप | उत्तरी अटलांटिक महासागर | |
पल्मास अंतरीप | उत्तरी अटलांटिक महासागर | |
वर्दे अंतरीप | सेनेगल | उत्तरी अटलांटिक महासागर |
ब्लांका अंतरीप | उत्तरी अटलांटिक महासागर | |
डेलगाडो अंतरीप | हिंद महासागर | |
गुआडीफुई अंतरीप | सोमालिया | हिंद महासागर |
हाफुन अंतरीप | सोमालिया | हिंद महासागर |
सेंट मेरी अंतरीप | मेडागास्कर | हिंद महासागर |
अम्ब्रे अंतरीप | मेडागास्कर | हिंद महासागर |
खनिज संसाधन (Mineral Resources)
- अफ्रीका में सर्वाधिक हीरे का उत्पादन बोत्सवाना व कॉन्गो गणराज्य में होता है
- दक्षिण अफ्रीका के किंबरले व प्रिटोरियाप्रमुख हीरा उत्पादक क्षेत्र हैं।
- अफ्रीका महाद्वीप में सोने का सर्वाधिक उत्पादन दक्षिण अफ्रीका से होता है।
- ‘जोहांसबर्ग’, स्वर्ण खनन हेतु विश्व प्रसिद्ध है।
- अफ्रीका में सर्वाधिक बॉक्साइट का उत्खनन – गिनी में
- अफ्रीका में सर्वाधिक तांबा का भंडार – ज़ायरे के कटंगा प्रदेश में
- अफ्रीका में सर्वाधिक ग्रेफाइट का निक्षेप – मेडागास्कर द्वीप में
जनसंख्या व नगरीकरण
- मानव की उत्पत्ति का केंद्र अफ्रीका को माना जाता है।
- अफ्रीका की अधिकांश जनसंख्या ‘नीग्रिटो प्रजाति’ की है ।
- अफ्रीका का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश – ‘नाइजीरिया’
अफ्रीका के महत्त्वपूर्ण देश (Important Countries of Africa)
- अफ्रीका महाद्वीप का दक्षिणतम बिंदु- ‘आशा अंतरीप’ (केप ऑफ गुड होप)
- ‘लेसोथो’ दक्षिण अफ्रीका से चारों तरफ से घिरा हुआ एक स्थलरुद्ध देश है
- दक्षिण अफ्रीका व मोजांबिक की सीमा पर अवस्थित स्थलरुद्ध देश वहीं स्वजीलैंड है।
- पूर्वी भाग में ड्रैकेंसबर्ग पर्वत स्थित है।
- इस पर्वत से ‘ऑरेन्ज’ व ‘वॉल’ नदियों का उद्गम होता है।
- दक्षिण अफ्रीका की ‘वैधानिक राजधानी’– केपटाउन’
- यहाँ पाये जाने वाले शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदान को ‘वेल्ड’ कहा जाता है।
- यहाँ के वेल्ड प्रदेश को ‘मक्का त्रिभुज’ भी कहा जाता है।
- यहाँ की मेरिनो भेड़ से अच्छी किस्म के ऊन प्राप्त किये जाते हैं।
- प्रमुख सोना उत्पादक केंद्र – रैंड में स्थित ट्रांसवाल क्षेत्र
- जोहांसबर्ग को ‘स्वर्णनगर’ कहते हैं।
- किंबरले ‘डायमंड सिटी’ भी कहते हैं।
- यहाँ के नटाल प्रदेश मे जुलू जनजाति निवास करती है ।
- दक्षिण अफ्रीका की राजधानी (प्रशासनिक)- ‘प्रिटोरिया’
- दक्षिण अफ्रीका की न्यायिक राजधानी– ‘ब्लौम्फोन्टेन’
- डरबन बंदरगाह यहाँ का सबसे व्यस्त बंदरगाह है।
- यहाँ अन्य नगरों में पोर्ट एलिजाबेथ व ईस्ट लंदन प्रमुख हैं।
मिस्र गणतंत्र
- यह अफ्रीका का एकमात्र देश है जो स्थल खंड के माध्यम से एशिया से जुड़ता है।
- नील नदी को ‘मिस्र की जीवन रेखा’ कहते हैं।
- मिस्र में ही नील नदी पर ‘अस्वान बांध’ का निर्माण किया गया है जो नील नदी का सबसे ऊँचा बांध है।
- इस बांध से निर्मित जलाशय को ‘नासिर झील’ कहते हैं जो कृत्रिम झील का उदाहरण है।
- ‘खमसिन’ गर्म हवा का प्रभाव मिस्र के अधिकांश क्षेत्रों पर रहता है।
- स्वेज नहर पर पोर्ट सईद व पोर्ट स्वेज़ के मध्य उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर क्रमशः टिमसा, ग्रेट बिटर एवं लिटिल बिटर नामक झीलें अवस्थित हैं।
- सिनई प्रायद्वीप के पूर्व में अक्काबा की खाड़ी तथा पश्चिम में स्वेज़ की खाड़ी अवस्थित है।
- मिस्र का कपास पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
- मिस्र के किसानों को ‘फेल्लाह’ कहते हैं।
- मिस्र की राजधानी – काहिरा’
- मिस्र का सबसे बड़ा पत्तन – अलेक्जेंड्रिया नील (नदी डेल्टाई क्षेत्र में)
- मिस्र में ही नील नदी के किनारे ‘गीज़ा शहर’ अवस्थित है।
- गीज़ा के पिरामिडों को दुनिया के सात अजूबों (Seven Wonders) में शामिल किया गया है।
- नाइजीरिया अफ्रीका का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश है।
- इसको ‘निम्न भू-भागों’ व ‘पठारों का देश’ कहते हैं।
- अफ्रीका का सर्वाधिक पाम ऑयल उत्पादन करने वाला देश– नाइजीरिया
- नाइजीरिया को ‘तेलताड़’ की संज्ञा दी जाती है।
- प्रमुख नकदी फसल – मूंगफली , कोको
- नाइजीरिया के मध्य क्षेत्र में सवाना क्षेत्र का विकास हुआ है।
- सवाना घास के मैदान में पशुपालन किया जाता है।
- यहाँ ग्रीष्म ऋतु में धूल भरी हवाएं चलती हैं, जिन्हें ‘हरमट्टन’ कहा जाता है।
- उत्तरी भाग – ‘जॉस का पठार’ अवस्थित है।
- मध्यवर्ती भाग – ‘अडामावा उच्चभूमि’ अवस्थित है।
- यहाँ के मध्यवर्ती क्षेत्र से नाइजर नदी का प्रवाह होता है।
- नाइजीरिया का प्रमुख शहर – ‘लागोस नगर’
- नाइजीरिया की प्रमुख जनजातियाँ – हाउसा, फुलानी व योरुबा
- हाउसा व फुलानी – ‘मुस्लिम
- योरुबा– ‘ईसाई
अफ्रीका की प्रमुख झीलें
अफ्रीका की प्रमुख झील
- करीबा झील ,मालावी (न्यासा) झील,तंगनाइका झील,विक्टोरिया झील,तुर्काना झील (रुडोल्फ झील),ताना झील,नासिर झील,चाड झील,वोल्टा झील
करीबा झील
- जाबिया, जिंबाब्वे
- जांबेजी नदी पर मानव निर्मित झील
- जांबिया और जिंबाब्वे की सीमा पर स्थित है।
मालावी (न्यासा) झील
- मालावी, मोजांबिक, तंजानिया
- भ्रंश घाटी में स्थित अफ्रीका की तीसरी बड़ी झील।
- इसे ‘कैलेंडर झील’ भी कहते हैं।
तंगनाइका झील
- तंजानिया, जायरे, बुरुंडी, जांबिया
- विश्व की दूसरी सबसे गहरी झील (बैकाल झील प्रथम स्थान)
- अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी झील।
- भंश घाटी में स्थित।
विक्टोरिया झील
- केन्या, युगांडा, तंजानिया
- अफ्रीका की सबसे बड़ी झील
- विश्व की मीठे पानी की दूसरी सबसे बड़ी झील (सुपीरियर झील प्रथम स्थान)
- विश्व की तीसरी सबसे बड़ी झील (कैस्पियन सागर प्रथम स्थान और सुपीरियर झील द्वितीय स्थान के बाद)
- श्वेत नील का उद्गम स्रोत
- विषुवत् रेखा इस झील से होकर गुज़रती है
- अतः विश्व की सबसे बड़ी उष्णकटिबंधीय झील।
तुर्काना झील (रुडोल्फ झील)
नासिर झील
- मिस्र, सूडान
- अस्वान बांध का जलाशय
- नील नदी पर स्थित कृत्रिम झील, तथा कर्क रेखा इससे होकर गुज़रती है।
चाड झील
ताना झील
- इथियोपिया
- इथियोपिया की उच्चभूमि पर स्थित।
- ब्लू नील व नील की सहायक अतबारा नदी का उद्गम इसी झील से होता है।
वोल्टा झील
- घाना
- यह वोल्टा नदी पर मानव निर्मित झील है।
- 0° देशांतर रेखा इससे होकर गुज़रती है।
- अफ्रीका की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है।
अफ्रीका से संबंधित महत्त्वपूर्ण तथ्य
बाब-अल-मंडेब जलसंधि
- यह अफ्रीका के जिबूती को पश्चिम एशिया के यमन से अलग करती है
- यह लाल सागर को हिंद महासागर से जोड़ती है।
- इसी जलसंधि के समीप सोमालिया का ‘बरबरा बंदरगाह’ अवस्थित है।
- वहीं अदन की खाड़ी में यमन का ‘सोकोत्रा द्वीप‘ स्थित है।
नैरोबी
- यह केन्या की राजधानी है।
- केन्या का महत्त्वपूर्ण बंदरगाह मोबासा है जो चाय के निर्यात हेतु प्रसिद्ध है।
- यहीं पर ‘UNEP’ (United Nations Environment Programme) का मुख्यालय अवस्थित है।
डरबन
- यह दक्षिण अफ्रीका के ‘नटाल प्रांत’ की राजधानी है ।
- इस शहर को ‘दक्षिण अफ्रीका का फ्लोरिडा’ कहा जा सकता है।
कोको त्रिभुज
- घाना में वोल्टा नदी बेसिनकोको के उत्पादन हेतु प्रसिद्ध है।
- यहीं के तीन स्थानों (सेकोंदी-टाकोरैदी, कुमासी, अक्रा) को मिलाकर ‘कोको त्रिभुज’ बनता है।
- ये स्थान कोको के उत्पादन व निर्यात हेतु प्रसिद्ध हैं।
फूटा जालोन पठार
- यह पश्चिमी अफ्रीका के गिनी देश में स्थित है।
- यहाँ से गैंबिया और सेनेगल नदियों का उद्गम होता है।
- सेनेगल नदी – सेनेगल व मॉरितानिया की प्राकृतिक सीमा बनाती है।
- इस पठारी क्षेत्र में ‘फुलानी’ लोग निवास करते हैं ।
साहेल क्षेत्र
- सहारा मरुस्थल के दक्षिण में फैले अर्द्धशुष्क प्रदेश को ‘साहेल’ कहते हैं।
अफ्रीका के प्रमख पठार
- फूटा जालोन पठार,हुइला पठार , कटंगा पठार ,जोश पठार ,टाडेमेट पठार, तासिली पठार,