पवन ऊर्जा (Wind Energy)
- पवन चक्कियों में तीव्र गति से चलने वाली हवाओं द्वारा विद्युत उत्पादन होता है।
- पवन चक्कियों के समूह से युक्त पवन फार्म तटीय क्षेत्रों और पर्वतघाटियों जहाँ प्रबल और लगातार हवाएँ चलती हैं, वहाँ स्थापित किये जाते हैं।
- नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय
- पवन संसाधन मूल्यांकन – राष्ट्रीय पवन ऊर्जा संस्थान, चेन्नई द्वारा
- सतह से 120 मीटर ऊपर अनुमानित पवन ऊर्जा क्षमता – 695.5 गीगावाट
- शीर्ष प्रदर्शनकर्त्ता राज्य:
- गुजरात (142.56)
- राजस्थान (127.75)
- कर्नाटक (124.15)
- महाराष्ट्र (98.21)
- आंध्र प्रदेश (74.90)
- सतह से 150 मीटर ऊपर अनुमानित पवन ऊर्जा क्षमता – 1,164 गीगावाट
- शीर्ष प्रदर्शनकर्त्ता राज्य:
- राजस्थान (284.25)
- गुजरात (180.79)
- महाराष्ट्र (173.86)
- कर्नाटक (169.25)
- आंध्र प्रदेश (123.33)
- सतह से 120 मीटर ऊपर अनुमानित पवन ऊर्जा क्षमता – 695.5 गीगावाट
- पवन ऊर्जा के विकास हेतु सरकारी पहल:
- पवन ऊर्जा परियोजनाओं को पुनः सशक्त बनाने की नीति, 2016:
- भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (Indian Renewable Energy Development Agency- IREDA) द्वारा वित्तपोषित
- पवन टरबाइन ब्लेड में उपयोग किये जाने वालेफाइबर प्रबलित प्लास्टिक (Fiber Reinforced Plastic- FRP) के निपटान के लिये दिशा-निर्देश:
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board- CPCB) ने
- राष्ट्रीय पवन-सौर हाइब्रिड नीति, 2018:
- राष्ट्रीय अपतटीय पवन ऊर्जा नीति:
- उद्देश्य- 7600 किमी. की भारतीय तटरेखा के साथ भारतीय विशेष आर्थिक क्षेत्र में अपतटीय पवन ऊर्जा विकसित करना
- पवन ऊर्जा परियोजनाओं को पुनः सशक्त बनाने की नीति, 2016: