• दारा शिकोहशाहजहाँ का सबसे बड़ा पुत्र, जिसे शाहजहाँ ‘बहादुर‘ नाम से पुकारता था।
  • लेनपूल  ने दारा शिकोह को ‘लघु अकबर‘ की संज्ञा दी।
  • शाहजहाँ ने दारा शिकोह को ‘शाह-ए – बुलंद इकबाल‘ को उपाधि प्रदान की।
  • कादिरी सूफी सिलसिले का अनुयायी और मुल्लाशाह बदाक्शी का शिष्य।
  • रचना
    • मज्म-उल-बहरीन
    • सिर-ए-अकबर – 52  उपनिषदों का फारसी अनुवादी संग्रह
    • दारा की देखरेख में दो पवित्र हिंदू ग्रंथों ‘योग वशिष्ठ व ‘भगवत गीता‘ का भी अनुवाद हुआ है।