- सिकंदर लोदी (1489-1517 ई.) : आगरा की स्थापना दिल्ली सल्तनत के मुस्लिम शासक सुल्तान सिकंदर लोदी ने 1504 में की थी.सिकंदर लोदी ने आगरा को अपनी राजधानी बनाया था
- बहलोल लोदी का पुत्र- निज़ाम खाँ ‘ सुल्तान सिकंदरशाह‘ की उपाधि धारण करके सिंहासनारूढ़ हुआ।
- 1492 ई. में सिकंदर लोदी ने भाई बारबक शाह (बहलोल का पुत्र) को अपदस्थ कर जौनपुर को दिल्ली सल्तनत में मिला लिया।
- सिकंदर लोदी का कथन था कि- “यदि मैं अपने गुलाम को भी पालकी पर बैठा हूँ तो मेरे एक आदेश पर ये सरदार उसे कंधों पर उठा लेंगे।
- भूमि माप के लिये उसने 39 अंगुल का पैमाना विकसित किया, जिसे “गज़-ए-सिकंदरी‘ कहा जाता था। सभी आवश्यक वस्तुओं की कीमत कम कर दी गई।
- उसने मुहर्रम में ‘ताज़िया’ निकलवाना बंद करवा दिया तथा साथ ही महिलाओं को पीरों की मज़ारों पर जाने या उनकी याद में जुलुस निकालने की मनाही की गई।
- उसने यमुना में हिंदुओं के स्नान पर रोक लगाया व उन्हें वहाँ बाल मुड़वाने से भी रोका।
- वह फारसी भाषा का जानकार था और फारसी में ‘गुलरुखी’ उपनाम से कविताएँ लिखता था।
- उसके काल में संगीत से संबंधित एक ग्रंथ ‘लज्जत-ए-सिकंदरशाही‘ की रचना हुई थी।
- उसके शासनकाल में कई संस्कृत ग्रंथों का अनुवाद हुआ। आयुर्वेद पर औषधि की अनुवादित पुस्तक को ‘फरहंग-ए-सिंकदरी‘ नाम से जाना गया।
- सिकंदर लोदी का वज़ीर मियाँ भुआँ प्रतिष्ठित विद्वान था, जिसने ‘तिब्ब-ए-सिकंदरी’ नामक औषधिक ग्रंथ की रचना की।
- सिकंदर लोदी की मृत्यु 1517 ई. में गले की बीमारी के कारण हुई।