व्यतिकरण (Interference of Light) :

प्रकाश तरंगों का व्यतिकरण (Interference of Light) : जब समान आवृत्ति की दो प्रकाश तरंगें किसी माध्यम में एक ही दिशा में गमन करती हैं, तो उनके अध्यारोपण के फलस्वरूप प्रकाश की तीव्रता में परिवर्तन हो जाता है। इस घटना को प्रकाश का व्यतिकरण कहते हैं । प्रकाश के व्यतिकरण के उदाहरण : 

  • जल की सतह पर फैली हुई किरासन तेल की परत का सूर्य के प्रकाश में रंगीन दिखाई देना । 
  • साबुन के बुलबुलों का रंगीन दिखाई देना
  • व्यतिकरण दो प्रकार के होते हैं-
    • (i) संपोषी व्यतिकरण (Constructive Interference)
    • (ii) विनाशी व्यतिकरण (Destructive Interference) 

(i) संपोषी व्यतिकरण : माध्यम के जिस बिन्दु पर दोनों तरंगें समान कला (phase) में मिलती हैं, वहाँ प्रकाश की परिणामी तीव्रता अधिकतम होती है, इसे संपोषी व्यतिकरण कहते हैं । 

(ii) विनाशी व्यतिकरण : माध्यम के जिस बिन्दु पर दोनों तरंगें विपरीत कला में मिलती हैं, वहाँ प्रकाश की तीव्रता न्यूनतम या शून्य होती है। इस प्रकार के व्यतिकरण को विनाशी व्यतिकरण कहते हैं ।