- बाल गंगाधर तिलक (Bal Gangadhar Tilak) का नारा – स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है
- लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक (1856-1920) : उन्हें हिन्दू राष्ट्रवाद का पिता भी कहा जाता है.
- उन्होंने दो अख़बार शुरू किए, मराठी में केसरी और अंग्रेज़ी में मराठा. साल 1893 में गणपति महोत्सव और 1895 में शिवाजी महोत्सव का आयोजन भी किया. 1916 में वह फिर से कांग्रेस में शामिल हुए और हिंदुओं और मुसलमानों के बीच हुए लखनऊ समझौते पर हस्ताक्षर किए.
- तिलक को ‘भारतीय अशांति का जनक’ अंग्रेज़ अधिकारी वेलेन्टाइन शिरोल (चिरोल) ने कहा था।
- तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को रत्नागिरी में हुआ था. उनका मूल नाम केशव गंगाधर तिलक था.