• नागर शैली उत्तर भारत में हिमालय से विंध्य प्रदेश के भू-भाग में विकसित हुई।
  • नागर शैली के मंदिर चतुष्कोणीय होते हैं। इस शैली के मंदिरों के शिखरों में खड़ी रेखा की प्रधानता होने के कारण इसे रेखीय शिखर कहते हैं। वर्गाकार तथा ऊपर की ओर वक्र होते हुए शिखर इन मंदिरों की विशेषताएँ हैं।
  • नागर शैली के प्रसिद्ध मंदिर-लिंगराज मंदिर (भुवनेश्वर), सूर्य मंदिर (कोणार्क), जगन्नाथ मंदिर (पुरी), कंदरिया महादेव मंदिर (खजुराहो), सूर्यमंदिर (मोढेरा), दिलवाड़ा जैन मंदिर (माउंट आबू) आदि।