स्वर्णरेखा नदी
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  • स्वर्णरेखा नदी उदगम  – नगड़ी (छोटानागपुर पठार, राँची)
  • मुहाना- बंगाल की खाड़ी 
  • कुल लंबाई – 470 किमी.
  • अपवाह क्षेत्र – राँची, जमशेदपुर , सिंहभूम क्षेत्र 
  • उपनाम- सुवर्णरेखा 
  • सहायक नदियाँ- काकरो, काँची, खरकई, जुमारू, रादु, संजय
  • नदी की रेत में सोना का अंश है। 
  • यह नदी झारखण्ड से होकर उड़ीसा में प्रवेश कर जाती है जहाँ यह बंगाल की खाड़ी में गिरती है। 
  • बंगाल की खाड़ी में स्वतंत्र रूप से गिरने वाली यह झारखण्ड की एकमात्र नदी है। 
  • यह राँची में हुण्डरू जलप्रपात का निर्माण करती है, जबकि इसकी सहायक राढु नदी पर जोन्हा/गौतमधाराकाँची नदीदशम जल प्रपात का निर्माण करती है।
  • राढु नदी तोरांग रेलवे स्टेशन (सिल्ली के दक्षिण में) के पास स्वर्णरेखा नदी में मिलती है।