बाजीराव द्वितीय
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बाजीराव द्वितीय(1796-1818)

  • माधव राव नारायण के पश्चात् रघुनाथ राव का पुत्र बाजीराव द्वितीय पेशवा बना। 
  • 1802 में बाजीराव द्वितीय से अंग्रेज़ों ने ‘बसीन की संधि’ की। इस संधि के कारण पेशवा कंपनी के प्रभुत्व में आ गया। 
  • बाजीराव द्वितीय के समय द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध (1803-1805) हुआ। 
  • द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध में अंग्रेजों की विजय हुई। 
  • तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध (1816-1819) में भी मराठा हार गए। इसके बाद पेशवा का पद हमेशा के लिये समाप्त हो गया। बाजीराव द्वितीय को अंग्रेज़ों ने वार्षिक पेंशन देकर कानपुर के निकट बिठूर भेज दिया। 
  • 1851 में बाजीराव द्वितीय की मृत्यु के बाद अंग्रेजों ने उसके पुत्र नाना साहब (धोंधू पंत) को पेंशन देने से इनकार कर दिया। 
  • नाना साहब ने 1857 के विद्रोह में भाग लिया। अंग्रेजों द्वारा दमन प्रक्रिया आरंभ होने पर वह नेपाल भाग गया।

 

क्षेत्र

वंश

पूना 

पेशवा 

नागपुर

भोंसले

बड़ोदा 

गायकवाड

इंदौर

होल्कर

ग्वालियर

सिंधिया

धार

पवार