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शनि (Saturn) : यह सूर्य से दूरी के अनुसार छठा ग्रह है।
सूर्य से इस ग्रह की दूरी 142 करोड़ 70 लाख किमी० है ।
यह आकार में बृहस्पति के बाद सौर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
इसका व्यास 1 लाख 20 हजार किमी० है ।
यह सूर्य की परिक्रमा करने में 29.5 वर्ष लगाता है।
यह अपनी धुरी पर 10-2 घंटा में एक चक्कर लगाता है।
इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का 95 गुना अधिक है।
शनि ग्रह का घनत्व सौर मंडल के ग्रहों में सबसे कम है ।
इसका घनत्व मात्र 0.70 ग्राम प्रति घन सेमी० है और पानी में डाल दिये जाने पर यह तैरने लगेगा |
यह ग्रह गैस व द्रव से बना है। यहाँ ठोस धरातल का अभाव है ।
यह हल्के तत्वों से बना है जिसमें हाइड्रोजन व हीलियम प्रमुख हैं । इसके अतिरिक्त इसमें अमोनिया, मिथेन आदि हैं ।
इस ग्रह का तापमान -139°C है ।
इसका वायुमंडल अधिकांशतः हाइड्रोजन व हीलियम से बना है ।
शनि ग्रह के चारों ओर वलय ( Rings) पाये जाते हैं । इन वलयों की संख्या 10 है ।
आकाश में यह ग्रह पीले तारे के समान नजर आते हैं।
यह अंतिम ग्रह है जिसे नंगी आँखों से देखा जा सकता है ।
शनि के अभी तक 62 उपग्रह ज्ञात हैं : टाइटन ( Titan ), एटलस, मीमास, इंक्लेडस, टेथिस, डायोन, रिया, हाइपेरियोन और फोइबे
टाइटन ( Titan ) :
इसका सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन ( Titan ) है ।
टाइटन की खोज क्रिस्टियान हाइगन्स (Christiaan Huygens) ने की।
टाइटन में नाइट्रोजन युक्त वायुमंडल पाया जाता है ।
यह सौर मंडल का एकमात्र उपग्रह है जहाँ घना वायुमंडल पाया जाता है । इस वायुमंडल की उपस्थिति से जीवन के लक्षण का पता चलता है । लेकिन यहाँ पर जीवन का अस्तित्व नहीं मिलता ।
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