कार्तिक उराँव (Kartik Oraon)
- कार्तिक उराँव ने 1968 ई. में ‘अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद्’ की स्थापना की।
- पंडित जवाहरलाल के निमंत्रण पर विदेश की नौकरी छोड़कर भारत लोटे थे।
- पूरा नाम – कार्तिक उराँव
- जन्म की तारीख– 29 अक्टूबर 1924
- जन्म स्थान– लिटाटोली गांव, गुमला जिला, झारखंड
- पिता का नाम– जायरा उराँव
- मां का नाम– बिरसी उराँव
- समुदाय– कुरुख जनजाति
- उपनाम
- छोटानागपुर का काला हीरा
- बाबा कार्तिक साहेब.
- शिक्षा
- पेशा- राजनीतिज्ञ
- मृत्यु तिथि – 8 दिसंबर 1981, नई दिल्ली
कार्तिक उराँव जीवन परिचय 👍
- हाल ही में 29 अक्टूबर 2022 को कार्तिक ओरांव की 98वीं जयंती मनाई गई।
- कार्तिक उराँव का जन्म 29 अक्टूबर 1924 को झारखंड के गुमला जिले के लिटाटोली गाँव में हुआ था।
- उनका जन्म कुरुख जनजाति समुदाय में हुआ था
- 1959 में कार्तिक उराँव ने दुनिया के सबसे बड़े स्वचालित बिजली स्टेशन “हिनकली न्यूक्लियर पावर प्लांट” का मसौदा ब्रिटिश सरकार को दिया।
- कार्तिक उराँव पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आदिवासियों को उनकी ज़मीन लूटने से बचाने के लिए आंदोलन शुरू किया था।
- 9 साल तक विदेश में रहने के बाद पंडित जवाहरलाल के निमंत्रण पर विदेश की नौकरी छोड़कर मई 1961 में भारत लौट आये।
- वह एचईसी, रांची में सुपरिंटेंडेंट कंस्ट्रक्शन डिजाइनर के पद पर थे.
- वह तीन बार सांसद और एक बार विधायक बने।
- जवाहरलाल नेहरू के कहने पर उन्होंने वर्ष 1962 में कांग्रेस पार्टी से लोहरदगा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव में भाग लिया, लेकिन चुनाव हार गये।
- 1967, 1971 और 1980 के लोकसभा चुनाव में वह लोहरदगा से सांसद बने.
- वह भारत सरकार के विमानन और संचार मंत्री बने।
- 1977 में लोकसभा चुनाव हारने के बाद उन्होंने 1977 में बिशुनपुर विधानसभा से चुनाव जीता.
- 8 दिसंबर 1981 को उनका निधन हो गया।
- कार्तिक उराँव को छोटानागपुर का काला हीरा या बाबा कार्तिक साहेब के नाम से जाना जाता है।