- हब्बल का आकाशगंगाओं के प्रतिसरण का नियम ( Hubble’s law of Recession of Galaxies): अमेरिकी खगोलवेत्ता एडविन पी० हब्बल ने वर्ष 1925 ई० में बताया कि विश्व में हमारी आकाशगंगा दुग्धमेखला (Milky way ) की तरह लाखों अन्य आकाशगंगाएँ हैं ।
- 1929 में हब्बल ने साबित किया कि आकाशगंगाएँ अंतरिक्ष में स्थिर नहीं हैं, बल्कि वे एक-दूसरे से दूर होती जा रही हैं। जैसे-जैसे उनकी दूरी बढ़ती जाती है उनके भागने की गति भी तीव्र होती जाती है । इसे आकाशगंगाओं के प्रतिसरण का नियम (The law of Recession of Galaxies) कहते हैं ।
- हब्बल के मत से खगोलवेत्ता आइजक एसीमोव सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि हब्बल के निरुपण के अनुसार यदि दूरी के साथ प्रतिसरण की गति बढ़ती जाएगी तो 125 करोड़ प्रकाश वर्ष की दूरी पर आकाशगंगाएँ इस तेजी से प्रतिसरण करेंगी कि उन्हें देख पाना हमारे लिए संभव नहीं होगा ।