- शंभाजी (1680-89 ई.) – मराठा सेनापति हमीर मोहिते की सहायता से शंभाजी शासक बन गया।
- शंभाजी ने मुगल सूबेदार दिलेर खाँ से समझौता कर लिया जिसमें शंभाजी को 7 हज़ार का मनसब मिला ।
- शंभाजी ने निलोपंत को अपना पेशवा बनाया और उज्जैन/कन्नौज के कवि कलश को मुख्य सलाहकार नियुक्त कर दिया।
- औरंगजेब के विद्रोही पुत्र अकबर द्वितीय को शरण दी ,जो मुगलों से संघर्ष का कारण बन गया।
- 1689 के संगमेश्वर के युद्ध में मुगल सेनापति मुबारक खाँ ने शंभाजी की हत्या करा दी ।
- शंभाजी की पत्नी येसूबाई और पुत्र शाहू को गिरफ्तार कर ली ।
- शंभाजी ने शिवाजी की प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ ‘अष्टप्रधान’ को नष्ट कर दिया
- उसी के समय से मराठे युद्ध में भी स्त्रियों को साथ ले जाने लगे।