बालाजी बाजीराव (1740-61) 

  •  नाना साहब के नाम से प्रसिद्ध। 
  • 1750 की ‘संगोला की संधि‘ से पेशवा मराठा साम्राज्य का वास्तविक शक्ति बन गया। इसे पेशवाओं के लिये ‘राजनैतिक क्रांति’ कहा जाता है। 
  • यह अपनी राजधानी सतारा से पूना ले आया।
  • इसके शासनकाल में मराठा साम्राज्य का अधिकतम विस्तार हुआ। मालवा,बुंदेलखंड पर अधिकार को कायम रखते हुये इसने तंजौर को भी जीत लिया और सबसे बढ़कर राजपूत क्षेत्रों से भी चौथ वसूलने लगा। 
  •  इसने ‘हिंदू पद पादशाही’ धर्म का उल्लंघन किया। 

 

निजाम से संघर्ष 

  • 1752 में निजाम को शिकस्त दी और निजाम को ‘भलकी की संधि’ करनी पड़ी। 
  • 1757 में उसने निजाम को ‘सिंदरखेड़’ के युद्ध में हराया। 
  •  1760 में उदगीर के युद्ध में निजाम पुनः परास्त हुआ। 
  •  इसने इमाद-उल-मुल्क को वजीर बनने में सहायता की।