- पराश्रव्य तरंग (ultrasonic wave) : पराश्रव्य तरंगें, ध्वनि तरंगें होती हैं जिनकी आवृत्ति 20 KHz (20000 Hz) से ज़्यादा होती है. ये तरंगें इंसान की सुनने की सीमा से बाहर होती हैं. चमगादड़, कुत्ते, बिल्लियाँ, पक्षी, और कीड़े जैसे जीव पराश्रव्य ध्वनि तरंगें उत्पन्न करते हैं. इन जीवों में पराश्रव्य ध्वनि तरंगों को सुनने की भी क्षमता होती है. पराश्रव्य तरंगों का इस्तेमाल अक्सर वस्तुओं का पता लगाने और दूरियों को मापने के लिए किया जाता है.
- अवश्रव्य तरंग (Infrasonic waves) : इन्फ़्रासोनिक तरंगें, ध्वनि तरंगें होती हैं जिनकी आवृत्ति 20 हर्ट्ज़ से कम होती है. इंसान का कान इन तरंगों को नहीं सुन सकता. आम तौर पर, भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट जैसे बड़े स्रोतों से ये तरंगें पैदा होती हैं.