- धातुएँ प्रकृति में विद्युत धनात्मक होती हैं।
- उनके संयोजकता कोश (valence shell) में 1, 2 या 3 इलेक्ट्रॉन होते हैं और वे आसानी से अपने इलेक्ट्रॉन दान करके धनात्मक आवेशित धनायन बनाते हैं।
- संयोजी कोश का इलेक्ट्रॉन खोने के पश्चात ये अक्रिय गैस का विन्यास प्राप्त करते हैं। Na (2,8,1) —-> Na⁺ (2,8) + e⁻
- विद्युत अपघटन (electrolysis) के समय वह कैथोड पर विमुक्त होते हैं।
- अधिकांश धातु ऑक्सीजन से क्रिया करके ऑक्साइड बनाते हैं।
- धातुओं के ऑक्साइड प्रायः क्षारीय होते हैं। ये पानी के साथ क्रिया करके क्षार देते हैं। उदाहरणार्थ Na₂O, CaO, MgO, K₂O आदि
- अधिकांश धातु साधारणतः जैसे HCl और H₂SO₄ में घुलकर हाइड्रोजन गैस बनाते हैं।