तेभागा आंदोलन

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  • तेभागा आंदोलन (1946-1947) बंगाल का प्रसिद्ध उत्तेजक किसान आंदोलन था, जिसकी शुरुआत बंगाल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के किसान मोर्चे की अखिल भारतीय किसान सभा ने की थी।
  • यह आंदोलन दिनाजपुर जिले के चिरीरबंदर पुलिस थाने के अंतर्गत एक क्षेत्र में भड़क उठा 
  • इस आंदलन के संचालक ‘कंपाराम सिंह‘ तथा ‘भवन सिंह चड्डा‘ थे।
  • सन् 1946 ई. में इस आंदोलन में किसानों ने ‘फ्लाइड कमीशन‘ की सिफ़ारिश के अनुरूप लगान की दर को 50 प्रतिशत से घटाकर एक तिहाई (33 %) करने की माँग की थी।
  • तेभागा का सीधा मतलब था कि बरगादारों और अधियारों द्वारा उगाई गई दो-तिहाई फसलें उन्हें मिलनी चाहिए।
  • बरगादार वह व्यक्ति होता था, जो सामान्यतः अधि, बरगा या भाग के नाम से जानी जाने वाली व्यवस्था के तहत किसी अन्य व्यक्ति की भूमि पर खेती करता था, इस शर्त पर कि वह उस भूमि की उपज का एक हिस्सा उस व्यक्ति को देगा।