- सूरदास सगुण भक्ति के उपासक थे।
- अकबर इनके समकालीन थे।
- सूरदास भगवान कृष्ण और राधा के भक्त थे।
- वल्लभाचार्य के परम शिष्य सूरदास को ‘पुष्टिमार्ग का जहाज‘ कहा जाता है।
- सूरदास ने ब्रजभाषा में अपनी रचनाएं की है।
- प्रमुख रचनाएँ –सूरसागर, ‘साहित्य लहरी’ ,सूरसारावली