• रोलेट एक्ट तथा खिलाफत आंदोलन (Rowlatt Act and Khilafat Movement 1919) : रौलट एक्ट को काला कानून भी कहा जाता है. यह कानून ब्रिटिश सरकार के अध्यक्ष सर सिडनी रौलट की सेडिशन कमेटी ने बनाया था. इस एक्ट को 10 मार्च, 1919 को पारित किया गया था. इस एक्ट के विरोध में गांधीजी ने 30 मार्च, 1919 को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया.
  • इस एक्ट के तहत, पुलिस को बिना वारंट के किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार करने का अधिकार दिया गया था.
  • इस एक्ट के तहत, पुलिस को राजनीतिक कार्यकर्ताओं और संदिग्धों को बिना कोशिश किए हिरासत में लेने के लिए अधिकृत किया गया था.
  • गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों पर विशेष न्यायाधिकरण द्वारा मुकदमा चलाया गया था.
  • गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को किसी भी कानूनी सहायता का विकल्प चुनने से इनकार कर दिया गया था.
  • इस एक्ट के तहत, बंदी प्रत्यक्षीकरण का अधिकार रद्द कर दिया गया था.
  • इस एक्ट के तहत, प्रांतीय सरकारों को असीमित शक्तियाँ प्रदान कर दी गई थीं.
  • इस एक्ट का मकसद था कि देश में बढ़ते राष्ट्रवादी विद्रोह को रोका जा सके.