• भरत मुनि द्वारा रचित नाट्य शास्त्र (200 ईसा पूर्व और 200 ईस्वी के बीच रचित) ने संगीत वाद्ययंत्रों को चार समूहों में बांटा:
    • अवनद्ध वाद्य (झिल्लीदार वाद्य या ताल वाद्य) – हाथों से मारकर बजाया जाता है
    • घन वाद्य (इडियोफोन या ठोस वाद्ययंत्र),
    • सुशीर वाद्य ( एयरोफोन या वायु वाद्ययंत्र), और
    • तत् वाद्य (कॉर्डोफोन या तार वाले वाद्ययंत्र ) ।