प्रतिरोध

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  • धारा (Current) और विभवांतर (Potential Difference) के बीच संबंध की खोज सर्वप्रथम जर्मनी के जार्ज साइमन ओम ने की ।
  • ओम का नियम (Ohm’s law) : “The current flowing in a conductor at constant temperature is proportional to the potential difference between the ends of the conductor.
  • ओम के नियम से V  I ⇒ V =IR   ; जहाँ R एक नियतांक (constant) है, जिसे चालक प्रतिरोध कहते हैं । 
  • प्रतिरोध (Resistance) :  किसी चालक का वह गुण जो उसमें प्रवाहित धारा का विरोध करता है, प्रतिरोध कहलाता है । 
  • प्रतिरोध का SI इकाई :  ओम (Ω)
  •  किसी चालक का प्रतिरोध निम्नलिखित बातों पर निर्भर करता है- 
  •  किसी चालक का प्रतिरोध उसके पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करता है । 
  • ताप बढ़ने पर चालक का प्रतिरोध बढ़ता है, लेकिन ताप बढ़ने पर अर्द्धचालकों का प्रतिरोध घटता है । 
  • लम्बाई बढ़ने से चालक का प्रतिरोध बढ़ता है और लम्बाई घटने से चालक का प्रतिरोध घटता है । 
  • चालक का प्रतिरोध उसके अनुप्रस्थ काट के क्षेत्रफल का व्युत्क्रमानुपाती होता है। अर्थात् मोटाई बढ़ने पर चालक का प्रतिरोध घटता है ।