प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering of Light) :
- प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering of Light) : धूल तथा अन्य पदार्थों के कण द्वारा प्रकाश सभी दिशाओं में प्रसारित हो जाता है। इस घटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं।
- रमन प्रभाव, जिसे रमन प्रकीर्णन के रूप में भी जाना जाता है, एक भौतिक घटना है जो तब घटित होती है जब प्रकाश अणुओं द्वारा विक्षेपित होता है।
- रमन प्रभाव की खोज 28 फरवरी, 1928 को सी. वी. रमन द्वारा की गई थी।
- भारत सरकार प्रतिवर्ष इस दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाती है।
- 1930 में, इस प्रभाव के अवलोकन के लिए रमन को भौतिकी में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- लॉर्ड रैले ‘ (Lord Rayleigh ) के अनुसार किसी रंग का प्रकीर्णन उसकी तरंगदैर्घ्य पर निर्भर करता है
- जिस रंग के प्रकाश की तरंगदैर्घ्य सबसे कम होती है, उस रंग का प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है।
- बैंगनी रंग, जिसकी तरंगदैर्ध्य सबसे कम होती है का प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है ।
- जिस रंग के प्रकाश की तरंगदैर्घ्य सबसे अधिक होती है, उस रंग का प्रकीर्णन सबसे कम होता है।
- लाल रंग, जिसकी तरंगदैर्ध्य सबसे अधिक होती है का प्रकीर्णन सबसे कम होता है ।
- जिस रंग के प्रकाश की तरंगदैर्घ्य सबसे कम होती है, उस रंग का प्रकीर्णन सबसे अधिक होता है।
प्रकाश के प्रकीर्णन के उदाहरण:
- आकाश का रंग सूर्य के प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण नीला दिखायी देता है :
- सूर्य उगते व डूबते समय प्रकीर्णन के कारण ही लाल दिखाई देता है :
- जब सूर्य दिन के समय सिर के ऊपर होता है, तो सूर्य सफेद दिखाई पड़ता है ।
- समुद्र का पानी भी प्रकीर्णन के कारण नीला दिखाई देता है ।
- जब अंतरिक्ष यात्री चन्द्रमा के तल पर खड़े होते हैं, तो वहाँ से आकाश इन्हें काला दिखायी देता है।
वर्ण-विपथन (Chromatic aberration) : जब हम श्वेत प्रकाश से लेंस द्वारा किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब बनाते हैं, तो प्रतिबिम्ब प्रायः रंगीन व अस्पष्ट होता है । लेंस द्वारा उत्पन्न प्रतिबिम्ब के इस दोष को ही वर्ण-विपथन कहते हैं। यह दोष इसीलिए उत्पन्न होता है, क्योंकि लेंस के पदार्थ का अपवर्तनांक तथा इसके कारण लेंस की फोकस दूरी भिन्न-भिन्न रंगों के लिए भिन्न-भिन्न होती है ।