- पुष्प की रचना : पुष्प एक डंठल द्वारा तने से सम्बद्ध होता है। इस डंठल को वृन्त या पेडिसेल (Pedicel) कहते हैं।
- वृन्त के सिरे पर स्थित चपटे भाग को पुष्पासन या थेलामस (Thalamus) कहते हैं।
- इसी पुष्पासन पर पुष्प के विविध पुष्पीय भाग (Floral Parts) एक विशेष प्रकार के चक्र (Cycle) में व्यवस्थित होते हैं।
- पुष्प के चार मुख्य भाग होते हैं-
- बाह्य दलपुंज एवं दलपुंज को पुष्प का सहायक अंग या अनावश्यक भाग तथा पुमंग एवं जायांग को पुष्प का आवश्यक भाग कहा जाता है।
- पुमंग एवं जायांग पुष्प के वास्तविक जनन भाग हैं।
- पुमंग पुष्प का नर जनन भाग तथा जायांगमादा जनन भाग है।