धूमकेतु या पुच्छलतारा ( Comets) : Comet का अर्थ : लंबे बाल/पूँछ वाला तारा।
यह धूमकेतु की सामान्य रूप से दिखाई पड़नेवाली संरचना है।
उसकी पूँछ सूर्य के नजदीक आने पर ही दिखाई पड़ती है ।
धूमकेतु : बर्फ व धूलकणों का बना होता है । यह बर्फ, मिथेन, अमोनिया, कार्बन डाईऑक्साइड, जल इत्यादि के जमने से बना होता है ।
धूमकेतु सूर्य के चारों ओर एक दीर्घवृत्तीय ( elliptical) कक्षा में घूमता रहता है ।
धूमकेतु की पूँछ (tail) का फैलाव सदैव सूर्य के विपरीत दिशा में रहता है तथा सिर (head or coma) सूर्य की ओर रहता है ।
सर्वप्रथम एडमण्ड हेली ने यह सिद्ध किया कि धूमकेतु काफी लंबे अंतराल के बाद आते हैं ।
हेली धूमकेतु (Halley’s Comet) एक प्रमुख धूमकेतु है जो कि अंतिम बार 1986 में दिखायी दिया था। यह धूमकेतु 75-81 वर्ष ( लगभग 76 वर्ष) बाद दिखाई देता है । अब यह 2062 में दिखायी पड़ेगा ।
धूमकेतु की पूँछ में एक खतरनाक रसायन सायनोजेन (CN) होता है । ।