• मराठा साम्राज्य के नाना साहब पेशवा द्वितीय, जिन्हें धोंडू पंत के नाम से भी जाना जाता है,
  •  1857 के महान विद्रोह के दौरान कानपुर (कानपुर) विद्रोह का नेतृत्व किया था
  • 24 सितम्बर, 1859 को तीव्र बुखार के कारण मात्र 35 वर्ष की उम्र में नेपाल के ‘देवखारी’ गांव में नाना साहेब का देहांत हो गया ।

  • 1818 में ब्रिटिश सरकार ने पेशवा का पद खत्म कर दिया।
  • बाजीराव द्वितीय को बंदी बनाकर बिठुर भेज दिया। 1853 में बाजीराव द्वितीय की मृत्यु हुई।