- खोरठा पद्य साहित्य का विकास रामगढ़ राजा दलेल सिंह की रचनाओं से मानी जाती है
- रामगढ़ राज्य के पांचवीं पीढ़ी के राजा दलेल सिंह को दल साह के नाम से भी जाना जाता है
- राजा दलेल सिंह कवि के साथ-साथ शिवभक्त भी थे
- राजा दल शाह के समय उनके दरबारी कवि पदम दास जिनके पिता दामोदर दास थे, निवास करते थे
- हितोपदेश(Sanskrit) के रचयिता नारायण पण्डित हैं।
- इन्होंने दलेल सिंह के आदेश से उनके पुत्र रूद्र सिंह के लिए हितोपदेश का खोरठा पद्य अनुवाद किया था
- इनकी प्रमुख रचनाएं
- शिव सागर (महाकाव्य)
- शिवसागर महाकाव्य में 700 पृष्ठ हैं और इसमें 12000 दोहे और चौपाइयां शामिल है
- इसकी रचना सवंत 1757 दिन गुरुवार को शुरू हुई थी
- शिवसागर का रचना काल हिंदी साहित्य के भक्ति काल उत्तरार्ध का काल था
- राम रसार्णव
- राजा रहस्य
- गोविंद लीलामृत काव्य