एडवर्ड जेनर/Edward Jenner (1749-1823) एक अंग्रेजी चिकित्सक और वैज्ञानिक थे जिन्होंने दुनिया का पहला टीका, चेचक का टीका 1796 में बनाया था। चेचक के टीके को वैरिकाला वैक्सीन कहते हैं.
यह दो खुराक का कोर्स है. बच्चों को पहली खुराक 12-18 महीने के बीच दी जाती है. दूसरी खुराक 4-6 साल की उम्र में दी जाती है.
चेचक को चिकन पॉक्स (Chicken Pos/Small Pox) के नाम से भी जाना जाता है.
यह एक संक्रामक बीमारी है, जो वेरिसेला-जोस्टर वायरस (VZV)/ऑर्थोपॉक्स (orthopox virus) वायरस के कारण होता है.
चिकन पॉक्स दो तरह का होता है: छोटी माता यानी छोटी चेचक, बड़ी माता यानी बड़ी चेचक.
चेचक बुखार और एक विशिष्ट प्रगतिशील त्वचा लाल चकत्ते से चिह्नित होती है।
1980 में, दुनिया भर में टीकाकरण कार्यक्रमों के बाद इस बीमारी को खत्म घोषित कर दिया गया था।
चेचक से बचाव का एकमात्र तरीका चेचक का टीका है। यह टीका वैक्सीनिया (vaccinia) नामक वायरस से बनाया जाता है।
रेबीज टीके की खोज फ्रांस के दो वैज्ञानिक लुई पाश्चर (Louis pasteur) और इमाइल रोउक्स (Emile Roux) ने वर्ष 1885 में की थी।
एमआर (MMR) टीका खसरा, कण्ठमाला और रूबेला (जर्मन खसरा) जैसी तीनों गंभीर बीमारियों से बचाता है.
MMR – measles, mumps, and rubella (German measles) वैक्सीन का विकास मौरिस हिलमैन द्वारा किया गया था।
DPT vaccine or DTP vaccine : मनुष्यों में तीन संक्रामक रोगों के विरुद्ध संयुक्त टीकों का एक वर्ग है: diphtheria, pertussis (काली खाँसी), and tetanus।
पोलियो वैक्सीन , जोनास साल्क द्वारा विकसित किया गया और 1952 में उसका पहला परीक्षण किया गया। ओरल पोलियो वैक्सीन अल्बर्ट सबिन द्वारा विकसित की गई थी और 1961 में व्यावसायिक उपयोग में आई।