- सिख धर्म के प्रवर्तक गुरु नानक (1469-1539) का जन्म तलवंडी (पाकिस्तान) में हुआ था।
- ये सिकंदर लोदी के समकालीन थे।
- इन्होंने एकेश्वरवाद को प्राथमिकता दी।
- कबीर की भाँति नानक भी जात-पात, मूर्तिपूजा आदि का विरोध करते थे।
- हालाँकि वे कर्म और पुनर्जन्म में विश्वास रखते थे।
- उन्होंने भी हिंदू-मुस्लिम एकता पर अत्यधिक बल दिया था।
- माना जाता है कि मुगल बादशाह अकबर की सामाजिक नीतियों में इनके उपदेशों का अत्यधिक प्रभाव था।
- नानक ने ही पंगत, संगत और सामुदायिक भोजन लंगर की शुरुआत की।
- गुरु नानक की वाणी ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ में संकलित हैं।
- गुरु नानक की रचनाएँ हैं- जपुजी, आसादीवार, रहिरास और सोहिला।
- नानक देव की काव्य भाषा के तीन रूप हैं- हिंदी, फारसी बहुल पंजाबी और पंजाबी।