- एलन संडेज का स्पंदमान या दोलायमान विश्व सिद्धांत (Pulsating or Oscillating Universe Theory) : इस सिद्धांत के अनुसार, यह विश्व करोड़ों वर्षों के अंतराल में क्रमशः फैलता और सिकुड़ता रहा है।
- आज से लगभग 120 करोड़ वर्ष पूर्व एक भयंकर विस्फोट हुआ था और तब से विश्व विस्तृत होता जा रहा है । यह प्रसार 290 करोड़ वर्ष तक चलता रहेगा।
- जिसके बाद गुरुत्वाकर्षण इनके अधिक विस्तार पर रोक लगा देगा । उसके पश्चात् इसका सिकुड़न प्रारंभ हो जाएगा अर्थात् यह अपने अंदर ही सिमट जाएगा। इस प्रक्रिया को अंतः विस्फोट ( Implosion) कहते हैं ।
- यह प्रक्रिया करीब 410 करोड़ वर्ष तक चलती रहेगी । जब यह अत्यधिक संपीडित या घनीभूत हो जाएगा तब एक बार फिर विस्फोट होगा ।