न्यूरॉन सिद्धांत की खोज सैंटियागो रामोन वाई काजल के न्यूरो-शारीरिक कार्य की वजह से हुई. उन्होंने 1888 में पक्षी मस्तिष्क की कोशिकाओं की जांच करते हुए इसकी खोज की थी.
उन्होंने कैमिलो गोल्गी द्वारा विकसित एक चांदी अभिरंजन तकनीक का इस्तेमाल किया था.
न्यूरॉन्स, तंत्रिका तंत्र की मूल इकाइयां हैं. ये विद्युत संकेत उत्पन्न करते हैं, जिन्हें एक्शन पोटेंशिअल कहा जाता है. ये संकेत उन्हें लंबी दूरी पर जानकारी को जल्दी से प्रसारित करने की अनुमति देते हैं.