• तुकाराम जन्म से शूद्र थे। ये शिवाजी के समकालीन थे।
  • तुकाराम ने हिंदू-मुस्लिम एकता पर बल दिया तथा ‘वारकरी संप्रदाय’ की स्थापना की। 
  • इन्होंने अपनी स्तुतियों की रचना मराठी भाषा में की है।